भू जल का तेजी से हो रहा है दोहन,पटना में पिछले 12 वर्षों में 196 फीट तक की कमी, रोक नही लगी तो…

 भू जल का तेजी से हो रहा है दोहन,पटना में पिछले 12 वर्षों में  196 फीट तक की कमी, रोक नही लगी तो…

भू जल का तेजी से दोहन हो रहा है पटना में पिछले 12 वर्षों में ग्राउंड वाटर लेवल में 196 फीट तक की कमी आई है। 2010 में जिन जगहों पर 32-39 फीट की गहराई में पानी मिल जाता था I वहां 2023 में भूजल स्तर 229 फीट पहुंच गया है। मुजफ्फरपुर इन वर्षों में 90 फीट तो भागलपुर में 70 फीट तक गिरावट दर्ज की गई है।

केंद्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक रिकाबगंज में 2010 में 39 फीट पर जमीन के नीचे पानी की उपलब्धता थी, जो 2023 में बढ़ कर 229 फीट तक पहुंच गया है। वहीं खांजेकला में 2010 में 45 फीट पर पानी मिल रहा था। यहां अभी यह जलस्तर 196 फीट पर है। हार्डिंग रोड पर 229 फीट नीचे पेयजल उपलब्ध है। जबकि 2010 में 45 फीट पर ही पानी मिल जाता था।

बोर्ड के मुताबिक यदि अंधाधुंध भूजल दोहन पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले 20 वर्षों में पटना के दक्षिण में रहने वाले लगभग आठ लाख लोगों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। अनीसाबाद, रामकृष्णा नगर, मीठापुर, सरस्वती नगर, महावीर कॉलोनी, आदर्श कॉलोनी, खेमनीचक सहित बाईपास के आसपास जहां 2010 में 40 फीट पर पानी मिलता था वहां 150-250 फीट पर पानी मिल रहा है।

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