ट्रांसफर रद्द होने के बाद लालू से मिलने पहुंचे CM नीतीश कुमार, 15 मिनट तक चली मुलाकात, जानें क्या हुई बात
भूमि सुधार विभाग में ट्रांसफर को लेकर विवाद तेज हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 480 कर्मियों का ट्रांसफर रद्द कर दिया है। कारण बताया जा रहा कि जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनने के कारण सीएम नीतीश कुमार नाराज थे। सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रांसफर को लेकर 15-20 दिनों से विवाद चल रहा था। भूमि सुधार मंत्री आलोक महतो ने ट्रांसफर की लिस्ट को निरस्त करवाने के लिए सीएम नीतीश कुमार के पास भेजा था।
आपको बता दें आज बुधवार को पटना के कारगिल चौक पर आयोजित कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी के आवास पर गए। जानकारी है कि वहां नीतीश कुमार ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात की। यह मुलाकात 15 मिनट तक चली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रद्द किए गए ट्रांसफर के सवाल पर स्पष्ट कर दिया है कि फ्रेश तरीके से ट्रांसफर किया जाएगा।
इधर, ट्रांसफर रद्द मामले पर बीजेपी नेता और पूर्व राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने बयान दिया है। उन्होंने बयान में कहा कि सीएम नीतीश कुमार के आसपास भूमि माफिया अधिकारी बैठे हैं। उन्हीं के फीड बैक पर राजस्व कर्मचारियों का तबादला रद्द किया जाता रहा है। बता दें भूमि सुधार विभाग का ट्रांसफर रद्द करने के बाद बुधवार को नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की पहली मुलाकात हुई। इस मुलाकात में भी इस पर चर्चा हुई। भूमि सुधार विभाग के मंत्री आलोक मेहता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के काफी नजदीकी नेताओं में से एक हैं। इसलिए आरजेडी को लेकर कोई गलत मैसेज पब्लिक में नहीं जाए इसका ख्याल लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को भी है। नए मोर्चा INDIA की गतिविधियों पर भी लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के बीच बातचीत हुई है।