भारत की आत्मा एवं ब्रह्माण्ड का आधार है सनातन – दिव्य अग्रवाल 

 भारत की आत्मा एवं ब्रह्माण्ड का आधार है सनातन – दिव्य अग्रवाल 

सनातन  धर्म एवम सनातन के मानने वालो के प्रति देश व् दुनिया का प्रेम, श्रद्धा व् सम्मान निरंतर वृद्धि कर रहा है। एक समय था जब भारतीय चलचित्र ( सिनेमा ) के किसी भी कार्य का आरम्भ सनातनी धार्मिक स्थलों से करना लगभग निषेध हो चूका था परन्तु विगत एक दशक से सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का आधार व् भारत की आत्मा सनातन के प्रति प्रत्येक व्यक्ति की आस्था जाग्रत हो रही है चाहे वो आम हो या ख़ास।

यदि दक्षिण सिनेमा की चर्चा की जाए तो दक्षिण चलचित्रो में सदैव सनातन धर्म , मान्यताओं , परम्पराओ आदि का सम्मानपूर्वक पालन किया जाता रहा है जिससे दक्षिण भारत के समाज में सदैव ही भारतीय संस्कारो का सृजन देखने को मिलता है। जिसको दक्षिण भारत के लोकप्रिय कलाकार रजनीकांत जी ने प्रत्यक्ष रूप से प्रमाणित भी किया है ।

रजनीकांत जी ने जब योगी आदित्यनाथ जी महाराज जी से भेंट की तो सर्वप्रथम उन्होंने एक कर्मठ सनातनी भगवाधारी योगी के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए गोरखनाथ पीठ के महंत योगी जी के चरण स्पर्श किए , यह आचरण रजनीकांत जी का सनातन के प्रति सम्मान एवं श्रद्धा को परिभाषित करता है तत्पश्चात रजनीकांत जी ने प्रभु श्री राम जी को अपने जीवन का आधार मानने वाले भदरी रियासत राजपरिवार के राजा रघुराज प्रताप सिंह ( राजा भैया ) से भेंट कर सनातन धर्म पर विस्तार में चर्चा की वास्तव में यह वो कालखंड चल रहा है जिसमें प्रभु सभी सनातनियो को एक सूत्र में बांधकर सनातन सेवा करने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।

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