Krishna Janmashtami मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, बांकेबिहारी मंदिर में इन तारीखों को मनेगी जनमाष्‍टमी, TV पर कर सकेंगे LIVE दर्शन

 Krishna Janmashtami मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, बांकेबिहारी मंदिर में इन तारीखों को मनेगी जनमाष्‍टमी, TV पर कर सकेंगे LIVE दर्शन

हर साल की तरह इस बार भी श्रीकृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी की तैयारियां चल रही हैं। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते प्रतिवर्षानुसार जैसी धूमधाम देखने को नहीं मिलेगी लेकिन भगवान कृष्‍ण के जन्‍म के दर्शन टीवी पर LIVE देखने की व्‍यवस्‍था रहेगी। श्रीकृष्‍ण के जन्‍मस्‍थान मथुरा एवं नंदगांव में अलग-अलग तारीखों पर जन्‍मोत्‍सव मनाया जाएगा। तिथियों के आधार पर इस बार जन-जन के आराध्य गोविद का ये 5247वां जन्मोत्सव होगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा में 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा, तो नंदबाबा के गांव नंदगांव में एक दिन पहले 11 अगस्त को मनाएंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा के मुताबिक जन्मस्थान पर 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा। रात 12 बजे प्राकट्यय दर्शन होंगे और प्राकट्‌य आरती होगी। 12.10 बजे से 12.20 बजे तक जन्म महाभिषेक होगा। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार श्रद्धालु कान्हा के जन्मोत्सव के दर्शन नहीं कर पाएंगे। मंदिरों में केवल प्रबंधन से जुड़े लोग ही मौजूद रहेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान से महाभिषेक का टीवी चैनलों के जरिए लाइव प्रसारण होगा।

नंदगांव में 11 को मनेगी जनमाष्‍टमी

नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में 11 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के सेवायत हरिमोहन गोस्वामी कहते हैं कि नंदबाबा मंदिर में खुर गिनती (उंगलियों पर गिने जाने वाली) के हिसाब से रक्षाबंधन के आठवें दिन जन्मोत्सव मनाया जाता है। रक्षाबंधन से आठवां दिन 11 अगस्त को पड़ रहा है।

यहां 11 सितंबर को जन्मोत्सव

वृंदावन के रंगजी मंदिर में एक माह बाद 11 सितंबर को जन्मोत्सव मनेगा। सीईओ अनघा श्रीनिवासन ने बताया कि उत्तरभारत में केवल तिथि को ही महत्व देते हैं। दक्षिण भारत में तिथि और नक्षत्र दोनों एकसाथ होने पर ही उत्सव मनाया जाता है। अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र 11 सितंबर को एक साथ हैं।

यहां भोर में मनेगी जन्माष्टमी

वृंदावन के ठा. राधारमण मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सुबह मनाई जाती है। मंदिर सेवायत पद्मनाभ गोस्वामी ने बताया कि ठा. राधारमणलाल जू आचार्य गोपालभट्ट की साधना से प्रसन्न होकर भोर में शालिग्राम शिला से प्रकट हुए थे। इसलिए आचार्य गोपाल भट्ट ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी भी मंदिर में सुबह मनाए जाने की परंपरा डाली।

मंगला आरती में श्रद्धालु नहीं होंगे शामिल

ठाकुर बांकेबिहारी की साल में एक दिन जन्माष्टमी पर होने वाली मंगला आरती में इस बार श्रद्धालु शामिल नहीं होंगे। 12 अगस्त को रात 12 बजे ठाकुर जी का महाभिषेक होगा, लेकिन इसके दर्शन नहीं होते हैं। मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि इसके बाद रात 1.55 बजे मंगला आरती होगी, लेकिन कोरोना से बचाव के तहत केवल मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोग ही रहेंगे।

12 को यहां भी धूमधाम से मनेगा जन्मोत्सव

-नंदभवन, गोकुल ।

-प्रेम मंदिर वृंदावन ।

-चौरासी खंभा, महावन।

-ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर वृंदावन।

-द्वारिकाधीश मंदिर, मथुरा।

इसलिए मनती है दो दिन तक अष्टमी

वृंदावन के पंडित बनवारीलाल गौड़ बताते हैं कि सनातन धर्म में पुराणों के अनुसार दो मतों पर आधारित पर्व मनाए जाते हैं। स्मार्त और वैष्णव मत में पर्व मनाने की तिथि में अंतर होता है। स्मार्त मत में जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनेगी। वैष्णव मत में 12 को। इसके पीछे कारण है कि ब्रह्म मुहूर्त में जो तिथि होती है, वैष्णव उसी दिन उत्सव मनाते हैं। 12 अगस्त को ब्रह्म मुहूर्त में अष्टमी तिथि होने के कारण वैष्णव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 12 अगस्त को मनाएंगे। 12 अगस्त को बुधवार और रोहिणी नक्षत्र भी पड़ रहा है। इसी दिन अधिकतर स्थानों पर उत्सव मनेगा।

क्या है स्मार्त और वैष्णव मत

स्मार्त मत

जो स्मृतियों और वेदों को मानते हैं। पूर्ण रूप से संन्यासी हैं। स्मार्त मत से जुड़े लोग किसी भी पर्व की शुरुआत की तिथि को मानते हैं। एकादशी भी स्मार्त मत के लोग एक दिन पहले मनाते हैं।

वैष्णव मत

वह मत जिसे हमारे आचार्यों ने प्रारंभ किया है। वैष्णव मत के लोग किसी भी पर्व की सूर्योदय की तिथि को मानते हैं।

निशीथ बेला में हुआ था कृष्ण का जन्म

ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी के मुताबिक द्वापर युग में भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि बुधवार को रात 12 बजे निशीथबेला में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। वैष्णव इस वर्ष 12 अगस्त को जन्माष्टमी महोत्सव मनाएंगे। सर्वार्थ सिद्धि योग व बुधवार भी है। उच्च राशि (वृषभ) के चंद्रमा हैं, निशीथ बेला में 11ः 43 बजे वृषभ लग्न भी आ जाएगी। मथुरा के पूर्व क्षितिज पर चंद्रमा का उदय रात 11ः40 बजे हो रहा है स्मार्त जन 11 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे।

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