भाजपा मुक्त भारत बनाने के लिए अतिपिछड़ा समाज में एकजुटता जरूरी – उमेश सिंह कुशवाहा
किशनगंज में जनता दल (यू0) की ओर से एकदिवसीय जननायक कर्पूरी चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक जनाब मुजाहिद आलम एवं मंच का संचालन प्रदेश महासचिव सह प्रमंडलीय प्रभारी श्री प्रह्लाद सरकार ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मौजूद सुन्नी वफ्फ बोर्ड के चेयरमैन ज़नाब इरशादुल्लाह साहब, अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष जनाब नौशाद आलम, प्रमंडलीय प्रभारी श्री भूमिपाल राय, पूर्व विधायक ज़नाब सबा जफ़र, पूर्व जिलाध्यक्ष अख्तर हाशमी, श्री फ़िरोज़ अंजुम, श्री नौसाद, श्री रणविजय कुमार, श्री श्याम कुमार राय, श्री राकेश कुमार, श्री प्रसाद महतो, मो0 अब्दुल बारीक चांद, डॉ0 नजरुल इस्लाम, डॉ0 आमिर, श्री प्रदीप मेहता, श्री मुजबीर रहमान, श्री दीपक कुमार, श्री नौशाद आलम, श्री खालिद परवीन, श्री रियाज़ अहमद उपस्थित रहे।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जननायक के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने विधानसभा स्तरीय कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। वर्तमान राजनीतिक दौर में जिस प्रकार हमारे समाज को बांटने की कोशिश हो रही है, उससे बचने के लिए कर्पूरी ठाकुर के विचारों का अनुसरण करना आवश्यक है। हमारी पार्टी का स्पष्ट मनना है कि एक बेहतर समाज निर्माण के लिए हमें जननायक के विचारों एवं उनके आदर्शों को आत्मसात करना होगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे नेता श्री नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के राजनीतिक कार्यशाली से प्रेरित होकर उनके अधूरे बचे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया है। हमारे नेता की अथक प्रयास से ही बिहार में चिर-प्रतीक्षित जातीय गणना का काम सम्पन्न हुआ। और उसके तुरंत बाद गणना में प्राप्त आंकड़ों के आधार पर शोषित और वंचित जातियों के उत्थान हेतु आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया गया। अपने 18 वर्षों के कार्यकाल में श्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के सामाजिक न्याय के सपनो को धरातल पर उतारा है।