बिहार न्यूज़: दरभंगा में पुलिस के डर से भागा तो गढ्ढे में डूबकर हुई मौत, जिम्मेदार कौन?
आपको बता दें कभी कभी कुछ घटना ऐसी घट जाती है जिसके बाद कानून के कम जानकर ये तय नहीं कर पाते है की इस घटना का जिम्मेदार किसे माना जाए? एक घटना कुछ ऐसा ही घटित हुआ है। बहेड़ा थाना क्षेत्र के जयंतीपुर दाथ गांव के एक गढ्ढे में डूबकर 45 वर्षीय सत्यनारायण महतो की मौत हो गई। घटना मंगलवार की देर शाम की बताई जा रही है। इसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने दरभंगा-बिरौल पथ को जयंतीपुर दाथ चौक पर घंटो जाम कर दिया।
घटना के संबंध में बुधवार को ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार के शाम कुछ लोग शराब पी रहे थे, उसी समय पुलिस की गाड़ी आ गई। पुलिस को देख लोग भागने लगे, पुलिस ने खदेड़ा, तो लोग एक जलकुम्भी से भरे गड्ढे में घुस कर निकल गए, लेकिन सत्यनारायण महतो नहीं निकल पाए और वह डूब गए।
अंधकार की वजह से लोग समझ नहीं पाए। बुधवार की सुबह तक घर नहीं लौटने पर गड्ढे का जलकुम्भी साफ किया गया, तो उक्त व्यक्ति की लाश मिली। लाश देखते ही ग्रामीण पुलिस के प्रति आक्रोशित हो गए और दरभंगा-बिरौल पथ को जयंतीपुर दाथ चौक पर जाम कर दिया। जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ अंचलाधिकारी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और आपदा कोष से डूबने पर चार लाख मुआवजे का आश्वासन दिया। लाश को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है। अब इस घटना का जिम्मेदार किसे माना जाए?