भाजपा के दबाव के आगे नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को दिया राज्य कर्मी का दर्जा : मुकुन्द चौधरी
भाजपा नेता मुकुंद चौधरी ने बयान जारी कर नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी के दर्जा देने के पक्ष में थी लेकिन बिहार की महागठबंधन सरकार ने उसे असंवैधानिक बता कर टाल मटोल कर रही थी।
उन्होंने कहा की जब नियोजित शिक्षक लंबे समय से राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग रहे थे तो राज्य की सरकार उस मांग को असंवैधानिक बता कर पटना की सड़कों पर पानी का बौछार और दौड़ा-दौड़ाकर शिक्षकों पर लाठी का प्रहार कर रही थी। लेकिन आज मुख्यमंत्री को खिसकते जनाधार एवं भाजपा के दबाव के आगे सुशासन बाबू का हृदयपरिवर्तन ही नहीं, वहीं असंवैधानिक मांग को संवैधानिक मानना परा। अब चुनाव तक जदयू प्रवक्ता गला फाड़-फाड़ कर बताएंगे कि हमने तो राज्यकर्मी का दर्जा दिया।
उन्होंने सरकार से पूछा की जब शिक्षक राज्य कर्मी का मांग कर रहे थे तो मांग नाजायज और आज खिसकते जनाधार ने जब बैकफुट पर ला खड़ा किया तो वो जायज कैसे हो गया ? क्योंकि वो कभी नाजायज था ही नहीं। जनाधार खिसकने का डर और भाजपा के चौतरफे दवाब के आगे आज नीतीश कुमार को झुकना ही पड़ा। नियोजित शिक्षकों को लंबे संघर्ष का आज मिला मुकाम। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलने पर भाजपा परिवार की ओर से ढ़ेरों बधाई व शुभकामनाएं और आपके लंबे संघर्ष को सलाम।