पूर्व CM जीतन राम मांझी संतुष्ट नहीं…’, मांझी ने नीतीश-भाजपा के सामने राखी बड़ी शर्त
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार और भाजपा से एक और मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि वे केवल अनुसूचित जाति कल्याण मंत्रालय से संतुष्ट नहीं हैं। मांझी ने एक और बड़े विभाग की मांग कर दी है। बत दें कि मांझी ने हाल ही में दो विभागों की मांग की थी जिसे पूरी कर दिया गया था।
आपको बता दें उन्होंने कहा वे केवल अनुसूचित जाति कल्याण मंत्रालय से संतुष्ट नहीं हैं। हमें तो पुल-पुलिया, सड़क, नदी, तालाब सहित ग्रामीण क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी भी मिलनी चाहिए। वे वजीरगंज महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। मांझी ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को अपना आदर्श बताते हुए कहा कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए उनके सपनों के अनुकूल समान शिक्षा नीति लागू होनी चाहिए। गरीब जब तक बराबरी की शिक्षा प्राप्त नहीं करेगा, तब तक उसमें किसी प्रकार की चेतना नहीं जगेगी।
उन्होंने बसपा के संस्थापक काशीराम को भी याद किया और कहा कि राष्ट्रपति का बेटा हो या किसी गरीब की संतान, सब की शिक्षा हो एक समान। इसके साथ ही मांझी ने पर्वत पुरुष दशरथ मांझी एवं बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न की उपाधि देने की भी मांग की।