बिहार में फ्लोर टेस्ट को लेकर बड़ा फैसला, राज्यपाल ने अपने कानूनी सलाहकार बदले

 बिहार में फ्लोर टेस्ट को लेकर बड़ा फैसला, राज्यपाल ने अपने कानूनी सलाहकार बदले

बिहार में आज 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट को लेकर सियासी गहमागहमी काफी तेज है I सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़े है I इस बीच फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने एक बड़ा फैसला लिया है I उन्होंने अपने कानूनी सलाहकार बदल दिए हैं I कृष्ण नंदन सिंह को चीफ लीगल एडवाइजर बनाया गया है I बिहार के राज्यपाल की ओर से अपने कानून सलाहकार को बदलने के फैसले को फ्लोर टेस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है I

आपको बता दें बिहार में फ्लोर टेस्ट को लेकर सियासी गतिविधियां काफी बढ़ी हुई हैं I सभी पार्टियों के नेताओं के बीच भागमभाग की स्थिति है I इस बीच बिहार के राज्यपाल ने अपने कानूनी सलाहकार को बदल दिया है I कृष्ण नंदन सिंह को चीफ लीगल एडवाइजर, राजीव रंजन पाण्डेय को लीगल एडवाइजर कम रिटेनर और जनार्दन प्रसाद सिंह को एडिशनल काउंसिल बनाया गया है I राजभवन सचिवालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है I फ्लोर टेस्ट के पहले यह फैसला हुआ है लिहाजा इस कदम को ऐसे भी देखा जा सकता है कि अगर संवैधानिक संकट खड़ा हुआ तो कैसे उसको अच्छे से डील किया जाए, शायद इसलिये यह निर्णय लिया गया हो I

वही आरजेडी के नेता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया है कि महागठबंधन पूरी तरह से मजबूत है और विधायक भी एकजुट हैं I एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा है कि ऑपरेशन लोटस पर ऑपरेशन लालटेन भारी पड़ेगा I उन्होंने दावा किया कि खेल अभी बाकी है I इस बीच आरजेडी और जेडीयू के नेता डिनर पॉलिटिक्स में भी व्यस्त हैं I इससे पहले जेडीयू के विधायकों को एकजुट रखने के लिए राज्य सरकार में मंत्री श्रवण कुमार के घर लंच का आयोजन किया गया था I

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