14 फ़रवरी 2024 बसंत पंचमी के पावन अवसर पर 16 जोड़ो का सामूहिक विवाह धूमधाम से हुआ सम्पन्न
14 फ़रवरी 2024 बसंत पंचमी के पावन अवसर पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 16 कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह का अयोजन D-48 साइट 4 ग्रेटर नोएडा में सम्पन्न हुआ ।
समारोह में मुख्य अतिथि जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी जी महाराज ने सभी वर बधुओं को आशीर्वचन दिए, उनके नए जीवन की नई बेला को शुभकामनाएं दी सनातन बेटियां जो साधनहीन है उनके लिए किए गए इस अयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से कई बच्चियों के सपने पूरे होते हैं, ऐसे अयोजन की जितनी प्रसंशा की जाए कम है ।
श्रीबालाजी मानव सेवा समिति के द्वारा समाज के लिए किए जा रहें समाजिक कार्य प्रेरणा स्रोत है, समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल व पूनम अग्रवाल को उनके 27 वी शादी की सालगिरह की शुभकामनाएं दी व इस पुनीत कार्य की सराहना की , बारात की चढत बैंड बाजा, घोड़ी बग्गी साज सज्जा, आतिशबाजी के साथ जय किसान खल भण्डार के मालिक व श्री बालाजी मानव सेवा समिति के कोषाध्यक मनोज सिंघल वि अनुज सिंघल के प्रतिष्ठान से शुरू हुआ I जय किसान खल भण्डार पर ही वर वधू सजधज कर नाश्ते आदि करके बग्गी पर सवार होकर बारात स्थल के लिए रवाना हुए।
मंच संचालन समिति के संस्थापक सतेन्द्र राघव ने किया इस सामूहिक विवाह के मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही मध्य प्रदेश से आई बिटिया रूपा जो कि पोलियो के कारण दिवियांग बच्ची है अपने पैरों से चल नहीं पाती है बावजूद इसके उसने हिम्मत नहीं हारी और अपनें सपनों के राजकुमार दिनेश को लेकर ग्रेटर नोएडा की धरती पर इस आस से आई है कि उसका भी रीति रिवाज से शादी होने का सपना सच हों सके साकार हो सकें I इस बिटिया ने यू ट्यूब के माध्यम से श्री बालाजी मानव सेवा समिति के संस्थापक सतेन्द्र राघव से सम्पर्क किया I
लड़की ने इच्छा जताई कि मेरा भी सपना है कि मेरी शादी भी रीति रिवाज से हो, उसके हौसले को स्वीकार्य करते हुए कागजी प्रक्रिया पूरी करके उसको आमंत्रित किया,और शादी के एक दिन पहले 13 फरवारी को मेंहदी रस्म का भी अयोजन रीति रिवाज से हुआ I इस बिटिया ने यू ट्यूब के माध्यम से श्री बालाजी मानव सेवा समिति के संस्थापक सतेन्द्र राघव से सम्पर्क किया I
लड़की ने इच्छा जताई कि मेरा भी सपना है कि मेरी शादी भी रीति रिवाज से हो, उसके हौसले को स्वीकार्य करते हुए कागजी प्रक्रिया पूरी करके उसको आमंत्रित किया,और शादी के एक दिन पहले 13 फरवारी को मेंहदी रस्म का भी अयोजन रीति रिवाज से हुआ I