9 करोड़ से होगा सौर तीर्थ स्थल देव का विकास : डॉ प्रेम कुमार
औरंगाबाद: बिहार सरकार अपने समृद्ध पर्यटक स्थलों को विकसित कर उसे व्यावसायिक रूप प्रदान कर रही है जिससे इस क्षेत्र में पूंजी निवेश के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी विकसित हो रहे हैं। यह बात बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने शुक्रवार की शाम देव प्रखंड मुख्यालय में तीन दिवसीय देव सूर्य महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कही।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विश्व में सबसे बड़े उद्योग के रूप में विकसित हो रहा है जिसकी वृद्धि दर भी सर्वाधिक है। अन्य आर्थिक सेक्टरों की तुलना में पर्यटन में निवेश से सर्वाधिक प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार सृजित हो रहे हैं। बिहार सरकार भी इस दिशा में लगातार प्रय‘शील है और बिहार के पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में काफी कार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार पर्यटन के लिहाज से बेहद संभावनाओं वाला क्षेत्र है। यहां धार्मिक, ऐतिहासिक और इको पर्यटन की संभावनाएं हैं। राजगीर में जंगल एवं जू सफारी जैसे कदमों से पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिली है। वहीं सोनपुर मेला, गया पितृपक्ष मेला, बोधगया की सालाना कालचक्र पूजा जैसे आयोजनों में पर्यटन सुविधाओं में इजाफा कर अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार औरंगाबाद जिले के पर्यटक स्थलों को भी विकसित करने में लगी हुई है।
इसी क्रम में देव सूर्य कुंड के समीप 9 करोड़ की लागत से बहुद्देश्यीय भवन का निर्माण तथा अन्य विकासात्मक कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवीनगर स्थित गजना धाम मंदिर परिसर में भी विकास कार्य के लिए राशि उपलब्ध करा दी गई है और जल्द ही इन कार्यों की शुरुआत वहां भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की नीति पर्यटक स्थलों के विकास के साथ यहां पर पूंजी निवेश को आकर्षित करना है ताकि हमारे पर्यटन स्थल आर्थिक उन्नति के केंद्र बन सकें।
इस अवसर पर औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिह ने कहा कि देव में काफी विकास हुआ है पर यहां और भी विकास की आवश्यकता है। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बना कर काम करना जरुरी है। स्थानीय विधायक आनंद शंकर सिह ने महोत्सव को और बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए तथा जन भागीदारी बढ़ाने की बात कही। इस मौके पर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम तथा जिला प्रशासन के तमाम अधिकारियों के साथ विशिष्ट लोग भी मौजूद थे। पर्यटन मंत्री ने देव में प्रस्तवित बहुउद्देशीय भवन का शिलान्यास भी किया।
अन्य आर्थिक क्षेत्रों की तुलना में पर्यटन में निवेश से सर्वाधिक प्रत्यक्ष एवं परियोजना रूप से रोजगार सृजन हो रहे हैं। बिहार सरकार भी इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है और बिहार के पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में काफी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार पर्यटन का महत्व अत्यंत स्वायत्त क्षेत्र है। यहां धार्मिक, ऐतिहासिक और इको पर्यटन की छुट्टियां हैं। राजगीर में जंगल और जू साहिरा जैसे कदमों से फ्लोरिडा को ड्रू करने में मदद मिली है।
वहीं सोनपुर मेला, पितृपक्ष मेला, बोधगया की वार्षिक कालचक्र पूजा जैसे आयोजनों में पर्यटन पर्यटन में अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। इसी क्रम में देव सूर्य कुंड के घाट पर 9 करोड़ की लागत से बहुदेशीय भवन का निर्माण एवं अन्य विकासात्मक कार्य किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नवनगर स्थित गजना धाम मंदिर परिसर में भी विकास कार्यों के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है और जल्द ही वहां भी इन कार्यों की शुरुआत होगी। उन्होंने राज्य सरकार की नीति को पर्यटन स्थलों के विकास के साथ-साथ यहां निवेश को आकर्षित करने का निर्देश दिया ताकि हमारे पर्यटन स्थल आर्थिक विकास के केंद्र बिंदु बन जाएं।
इस अवसर पर अनमोल मनोहर सुशील कुमार सिंह ने कहा कि यहां देव का काफी विकास हुआ है और भी विकास की जरूरत है। इसके लिए विस्तृत इंद्रधनुष बनाया कर काम करना है। स्थानीय धर्मगुरु आनंद शंकर सिंह ने महोत्सव को और बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव और जनभागीदारी बढ़ाने की बात कही। इस मस्जिद पर यूक्रेनी वैज्ञानिक, पुलिस कप्तान सपना जी मेश्राम और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विशिष्ट लोग भी मौजूद थे। मंत्री पर्यटन ने देव में स्थापित बहुउद्देश्यीय भवन का भी शिलान्यास किया।