शैक्षणिक संस्थानों में पाठ्यक्रम के साथ कौशल विकास की शिक्षा आवश्यक : प्रो۰ मुश्ताक
2 मार्च 2024 आज पूरा विश्व एक बाजार के रूप में परिवर्तित हो गया है और इस भूमंडलीकरण ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है इसलिए अब शैक्षणिक संस्थानों में पाठ्यक्रम को पूरा करने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को कौशल विकास के कार्य कर्मों के माध्यम से उन्हें विभिन्न प्रकार के हुनर सीखने पर जोर देना होगा ताकि छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद केवल सरकारी नौकरी पर निर्भर ना रहें बल्कि वह स्वयं रोजगार पैदा करने के लायक बने।
यह बात प्रोफेसर मुश्ताक अहमद, प्रधानाचार्य, सीएम कॉलेज, दरभंगा ने कहीं। प्रोफेसर अहमद कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग द्वारा प्रडिलाइट एंड क्राफ्ट संस्थान के सौजन्य से आयोजित कौशल विकास कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के द्वारा पूरे देश में युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है ऐसे समय में इस प्रकार के कार्यशाला शैक्षणिक संस्थान में आयोजित करना समय की मांग है और छात्र-छात्राओं के हित में है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ घरेलू उपयोग की सामग्रियों के निर्माण का हुनर सीखना छात्रों के भविष्य के लिए लाभदायक है।
उन्होंने कहा कि आज की कार्यशाला में छात्रों को फोटो फ्रेम, आमंत्रण कार्ड, दुपट्टा रंगाई, थैला निर्माण और मिथिला चित्रकार सीखने के लिए आयोजित हुआ है। उन्होंने कहा कि पेडिलाईट आर्ट एंड क्राफ्ट के द्वारा कॉलेज में कार्यशाला आयोजन करना सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने संस्थान की कोऑर्डिनेटर प्रियंका चौधरी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मनोविज्ञान अध्यक्ष दो एकता श्रीवास्तव एवं डॉ विजय सेन पांडे ने इस कार्यशाला की रूप रेखा एवं इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया और हर्ष व्यक्त किया कि कॉलेज में कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत हुई है जिससे छात्राएं लाभान्वित होंगी।