बिहार शिक्षक भर्ती पेपर लीक कांड का उज्जैन कनेक्शन! EOU ने जुटा लिए सबूत
बिहार पुलिस ने पिछले महीने आयोजित की गई शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-3 के प्रश्नपत्र के कथित तौर पर लीक होने के मामले में मध्य प्रदेश से एक महिला सहित पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है। बिहार राज्य आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा शनिवार देर रात जारी एक बयान के अनुसार, ‘सभी पांच आरोपियों को उज्जैन (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया है। वे एक गिरोह का हिस्सा हैं। उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया जाएगा।’ गिरफ्तार लोगों के पास से महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किए गए हैं ।
इस पेपर लीक के बाद बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने टीआरई-3 परीक्षा रद्द कर दी थी। परीक्षा की नई तारीख बाद में घोषित की जाएगी। यह परीक्षा 15 मार्च को 415 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षा में लगभग 3.75 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। ईओयू ने 16 मार्च को भादवि की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। ईओयू द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसने कथित प्रश्नपत्र लीक मामले में 266 लोगों को गिरफ्तार किया है।
आपको बता दें बिहार लोक सेवा आयोग की 15 मार्च को हुई शिक्षक बहाली परीक्षा के प्रश्न-पत्र के लीक होने का मामला कोलकाता के एक प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा है। इस मामले में विशाल कुमार चौरसिया, जिसे मास्टरमाइंड माना जा रहा है, उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस के कुछ कर्मचारियों की मदद से अजय पासवान, सुचिन्द्र पासवान, विनोद कुमार कुशवाहा और पवन कुमार राजपूत के साथ मिलकर पेपर लीक किया। पेपर को प्रिंटिंग पूरी होने से पहले ही पेन ड्राइव में कॉपी कर लिया गया था और बाहर लाकर प्रिंट किया गया, जिसके कारण इसमें सुरक्षा कोड या बार कोड नहीं थे।