युवाओं ने पबजी के चक्कर में पैसे के साथ जान भी गंवाई
भारत में डाटा की निजता एवं गोपनीयता के लिहाज से पबजी जैसे गेमिंग एप खतरे से खाली नही हैं इनके चिंताजनक आर्थिक व सामाजिक पहलू आए हैं। लॉकडाउन के दौरान भारतीय युवा पबजी में टॉस्क पूरा करने लिए घर की सारी कमाई डुबो दी। चंडीगढ़ के एक सरकारी कर्मी को 16 लाख का चूना लगा, इसके बेटे ने पबजी के कई चरणों को पार करने की फीस और गेमिंग से जुड़े वर्चुअल उपकरण को खरीदने में चोरी छिपे रकम लगा दी। ऐप के जानकारो का कहना है कि पबजी में सुरक्षा उपकरणों से युक्त योद्धा दिखाए जाते है। पबजी में अगले चरण का खेल खेलने के लिए हथियार व सुरक्षा कवच खरीदना पड़ता है। तभी एडवांस स्टेज में आपके योद्ध ठहर पात है।
देश के कई राज्यों तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे शहरों में पबजी के चक्कर में जून-जुलाई में खुदकुषी की घटनाएं में भी हुई है। इस गेमिंग एप में टॉस्क पूरा नही होने के कारण युवा क्षुब्ध होकर जान तक दे दी। कितने युवा गेमिंग एप में लत के कारण लाखों रूपये फूंक दिए। गुजरात के आणंद जिले में एक किशोर ने बुधवार को पबजी खेलने से मना करने पर जहर खाकर खुदकुषी कर ली।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में टॉस्क पबजी में पूरा न होने पर 16 साल के एक लड़के जान दे दी। इसके बाद देश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। गेमिंग एप उपर से ज्ञानवर्धक व मनोरंजन लगते हैं लेकिन आप इसके अंदर जितना प्रवेष करेगें उत्पीड़न के चंगुल में फंसते चले जाएंगे।
संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।