सुशांत केस पर जातिवाद कर रहे राजद विधायक
जातिवाद को मुद्दा बनाते हुए गुरुवार को आए बयान में राजद के विधायक अरुण यादव ने कहा कि सुशांत सिंह, राजपूत नहीं हो सकते|
इस एक बयान नें राजनीति में रफ़्तार पकड़ ली है और कई पार्टियों के नेता अब इस पर सामने से पलटवार कर रहे हैं|
सहरसा से विधायक हैं अरुण यादव
जब पूरा देश सुशांत सिंह राजपूत की अचानक हुई मृत्यु से चिंतित व आक्रोश में है,सहरसा के विधायक साहब को विवाद बढाने के इलावा कोई काम नहीं सूझ रहा| सुशांत की जाति पर सवाल उठाते हुए राजद विधायक ने कहा-“हम तो कहते हैं कि वो राजपूत नहीं था| महाराणा प्रताप का संतान गले में रस्सी बांधकर नहीं मर सकता|”
कोई राजपूत रस्सी बांधकर मरता है क्या?
महाराणा प्रताप को राजपूतों का पूर्वज बताते हुए यादव साहब ने कहा “हमें सुशांत की मौत पर दुःख है लेकिन उसे रस्सी बांधकर नहीं मरना चाहिए था| अगर वो राजपूत था तो मुकाबला करना चाहिए था….कोई राजपूत रस्सी बांधकर मरता है क्या?”
भाजपा ने किया पलटवार,बोली जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है राजद भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि सुशांत को लेकर राजद विधायक का बयान यह बताता है कि राजद नेताओं की मानसिकता में जातिवाद की कोई कमी नहीं है| तेजप्रताप ने भी रघुवंश प्रसाद को बाहर फेंकने की बात कही है|ऐसा प्रतीत होता है कि राजद नेता सिर्फ बयानबाज़ी की राजनीति जानते हैं|
AB BIHAR NEWS “सच कि तलाश ,सच्ची खबर “