जाने देश की पहली राफेल स्क्वाड्रन की पहली महिला फाइटर पायलट के बारे में
बनारस की बेटी शिवांगी सिंह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली देश की पहली महिला पायलट होगी | हेदराबाद में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद शिवांगी इस समय मिग-21 की फाइटर पायलट है और वह राजस्थान में है अभी वह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर राफेल विमान उड़ाने का प्ररिक्षण ले रही है |
बीएचयू में एनसीसी कैडेट रह चुकी हैं शिवांगी :-
वाराणसी में स्कूलिंग के बाद उच्च शिक्षा के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) पढने गई थी | बीएचयू में ही वह नेशनल कैडेट कोर में 7 यूपी एयर स्क्वाड्रन का हिस्सा थी| बीएचयू में 2013 से 2015 तक एनसीसी कैडेट रही |
घर से बाहर रहने पर लोग गलत समझते थे:-
शिवांगी के चचेरे दादा सुधीर सिंह ने बताया वो घर से सुबह 6 बजे निकलती थी और 8 बजे रात को आती थी | लोग तमाम बातें करती थे | उसको गलत समझते थे , पढ़ती थी है कि घूमती है| आज वही लोग बधईया दे रहे है| उसने ग्रेजुएशन बीएचयू से किया है | वह अच्छी एथलीट है| वह गिटार भी बजाती है |
‘ राफेल ’ के बारे कुछ अहम जानकारियाँ:-
- राफेल मल्टीफाइटर एयरक्राफ्ट है | इसकी तीन केटेगरी A ,B ,C और M है |इनमे भी एक एक सीट ,दो सीट और दो इंजन का ऑप्शन है| इसे फ्रांस की देसो एविएशन कम्पनी बनती है |
- यह इलेक्ट्रॉनिक स्कैनिंग रडार से 3डी मैप बनाकर रियल टाइम में दुश्मन कि पोजीशन पता कर लेता है| इससे स्टीक निशाना साधने में मदद मिलती है |
- राफेल में लगी गन एक मिनट में 2500 फायर कर सकती है |
- सबसे पहलेA केटेगरी के विमान आए थे | इसमे 4 जुलाई 1986 को पहली उडान भरी थी | C केटेगरी के विमान ने 19 जुलाई 1997 को उड़ान भरी थी| 2019 तक राफेल की 201 यूनिट बन चुकी है
- यह एक साथ कई टारगेट पर नज़र रख सकता है | महज एक मिनट में 50 हजार फीट की उचाई पर पहुंच जाता है | इसकी रफ़्तार 2222 किलोमीटर तक हो सकती है |