भारतीय वेटनरी वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि,डेयरी उद्योग का कर सकती है उद्धार



कोरोना काल में जहाँ हर तरफ निराशा फैली है,उसी बीच भारतीय वेटनरी वैज्ञानिक अपनी खोज से एक नयी सौगात लेकर आए हैं| पशुओं में बैक्टीरिया से फैलने वाली वैश्विक महामारी के लिए भारतीय वेटनरी वैज्ञानिकों ने “ब्रुसेला एस-19 वैक्सीन” बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है|

डेयरी उद्योग को इससे होने वाले भारी नुकसान से राहत मिलेगी| वेटनरी साइंस के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस वैक्सीन की वैश्विक स्तर पर ज़बरदस्त मांग है|

तीन संस्थानों की साझा परियोजना से बनी यह वैक्सीन “ब्रुसेला एबोर्टस एस-19” वैक्सीन को बनाने में मिली सफलता का श्रेय आईसीएआर,आईवीआरआई और डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेकनोलौजी की साझा परियोजना को जाता है|

इन्डियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च(आईसीएआर) के उप महानिदेशक (एनिमल साइंस) डॉ.बीएन त्रिपाठी के मुताबिक़ ब्रुसेलोसिस नामक एक रोग पशुओं में तेज़ी से महामारी की तरह फ़ैलता है| भारत में डेयरी उद्योग को भारी आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ता है|



इसके प्रकोप से दुधारु पशुओं में बांझपन और गर्भपात हो जाना सामान्य है| घरेलू स्तर पर पशुओं के बछड़े व बछिया को वैक्सीन दिया जाता है, जिससे इसके भीतर इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद मिलती है और यह बैक्टीरिया उसको नुकसान नहीं पहुंचा पाता है|