अमेरिका में भारतीय एनजीओ ‘अक्षय पात्र’ की सीईओ वंदना तिलक ने बच्चों के भूखे रहने को बताया अन्याय
भारतीय गैर-सरकारी संगठन की अमेरिकी प्रमुख ने कहा कि बच्चों का भूखा रहना अन्याय है| यह संगठन भारत में बड़े पैमाने पर स्कूली बच्चों को भोजन मुहैया कराता है| अमेरिका में अक्षय पात्र की सीईओ वंदना तिलक ने वर्ल्ड हिन्दू कौंसिल ऑफ़ अमेरिका की 50वीं वर्षगाँठ पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में यह बात कही|
उन्होंने सेवा परमोधर्म की बात कहते हुए कहा कि अक्षय पात्र की ओर से भारत के 15 राज्यों में 19,500 सरकारी स्कूलों में प्रतिदिन 18 लाख शाकाहारी भोजन परोसा जा रहा है| भारत में 26 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद यहाँ-वहाँ फंसे प्रवासी मजदूरों को 82 लाख भोजन परोसा गया|
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक अवसर है, लाभार्थियों के लिए नहीं| ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि सेवा में अहंकार के लिए कोई जगह नहीं होती| इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 3,200 लोगों ने भाग लिया| इस दौरान 3डी सिस्टम के सीईओ व्योमेश जोशी ने विश्वस्तरीय नेतृत्व पर बात की|
जोशी ने बताया कि कैसे हिन्दू धर्मग्रंथों से उन्हें अग्रणी वैश्विक कंपनियों के साथ काम करने और असफलताओं से निपटने के लिए मार्गदर्शन मिला|