कोरोना ने गाड़ियों की सेल पर किया चक्का-जाम
कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन होने के कारण ऑटो सेक्टर की हालत खराब हो गई है | 45 दिनों तक ऑटो इंडस्ट्री को अपनी फक्ट्रियों बंद रखना पड़ा था जिसकी वजह से उन्हें 1 लाख 5 हज़ार से अधिक आमदनी का नुकसान होगा और इससे देश की जीडीपी(GDP) में 0 .5 % की कमी आएगी |
असर
लॉकडाउन के दौरान उत्पादन पूरी तरह बंद था और उस वक़्त इसकी मांग भी उतनी नहीं थी | फक्ट्रियों में सन्नाटा पसरा था , डीलरशिप पर भी ताला लगा था | ऐसी परिस्थिति में इस बात की सम्भावना बहुत थी की वाहन निर्माताओं को अप्रैल महीने में बिक्री रिपोर्ट का आकड़ा शुन्य ही मिलेगा |
“SKODA” की बिक्री शून्य
जैक होलिस ने सोशल मीडिया ट्विटर पर इस बात का खुलासा किया की मौजूदा स्थिति कैसी है | जैक होलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा , “मोटर उद्योग में 30 वर्षों के बाद यह मेरे करियर में पहली बार होगा की मैंने आधिकारिक तौर पर एक महीने में एक भी कार नहीं बची होगी | मुझे पता है कि जल्द ही व्यापार पटरी पर लौट आएगी ,इस बीच सभी सुरक्षित रहें और जहाँ कही बजी हैं अपनी सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करें |
साल 2020 रहेगा चुनौती भरा
मोटर वाहन क्षेत्र जिस मौजूदा स्थिति में हैं , वह सिर्फ यहीं नहीं है,बल्कि दुनिया भर की कंपनियां संकट में हैं | ऑटोकम्पार्टमेंट निर्माताओं को भी दुनिया भर में परेशानियों का सामना करना पड़ा था और 2021 में हालात बेहतर होने से पहले 2020 एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण वर्ष हो सकता है |
AB BIHAR NEWS “सच कि तलाश , सच्ची खबर “
संवाददाता सुप्रिया