महाराष्ट्र के पुणे में फेमस फैशन स्ट्रीट मार्केट में भीषण आग लग गई,500 दुकानें जलकर खाक
महाराष्ट्र के पुणे में देर रात एक कैंटोनमेंट एरिया में फेमस फैशन स्ट्रीट मार्केट में भीषण आग लग गई, जिसमें करीब 500 दुकानें जलकर खाक हो गईं। अधिकारियों की मानें तो रात में करीब 11 बजे फैशन स्ट्रीट मार्केट में आग लगने की घटना को लेकर फोन आया। इसके बाद तुरंत फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने के काम में जुट गईं। आग की लपटें इतनी अधिक थी कि देखते ही देखते 500 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गईं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुणे के अग्निशमन विभाग ने जानकारी दी है कि आग पर काबू पा लिया गया है। अब तक किसी भी हताहत की सूचना नहीं है, लेकिन हॉकर्स और दुकान मालिकों को भारी नुकसान हुआ क्योंकि उनकी दुकानें जलकर खाक हो गईं हैं।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत रानिपे ने बताया कि आग पर कापू पाने के लिए लगभग 16 फायर टेंडर और 2 पानी के टैंकर मौजूद थे। काफी मशक्कत के बाद करीब 1:06 बजे आग पर काबू पाया गया। हालांकि, कूलिंग ऑपरेशन अब भी जारी है और 10 अधिकारियों सहित 60 अग्निशमन अधिकारी मौके पर हैं।
इससे पहले, मुंबई के एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के चलते कोरोना वायरस से संक्रमित नौ मरीजों की मौत हो गई थी। बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने एक बयान में कहा कि अस्पताल में सभी नौ मरीजों की मौत आग लगने के बाद दम घुटने से हुई जबकि आग लगने की घटना से पहले ही कोरोना वायरस की वजह से दो मरीजों की मौत हो चुकी थी। हालांकि, अस्पताल का दावा है कि आग लगने की घटना के कारण मरीजों की मौत नहीं हुई।
अस्पताल ने कहा था कि सभी मरीजों को जीवित ही स्थानांतरित कर लिया गया था लेकिन कुछ मरीजों की हालत नाजुक थी और वे वेंटिलेटर पर थे। हमारा मानना है कि आग के कारण मरीजों की मौत नहीं हुई जबकि अन्य जगह ले जाने और दूसरे अस्पतालों में उनकी मौत हुई (जहां मरीजों को स्थानांतरित किया गया)।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की। ठाकरे ने कहा था कि अस्पताल को पिछले साल अस्थायी आधार पर एक कोविड-19 देखभाल केंद्र चलाने की अनुमति प्रदान की गयी थी।