कम लागत में अधिक आलू के उत्पादन के लिए अपनाए जीरो टिलेज तकनीक : कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह

 कम लागत में अधिक आलू के उत्पादन के लिए अपनाए  जीरो टिलेज तकनीक : कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह

अंतरराष्ट्रीय आलू संस्थान, लीमा पेरू, के जीरो टिलेज पोटेटो प्रोजेक्ट द्वारा आयोजित किसान प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन आलू अनुसंधान केन्द्र पटना में किया गया। इस मौके पर कृषि मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय आलू संस्थान द्वारा विकसित की गई जीरो टिलेज तकनीक को हार्वेस्ट करते हुए देखा एवम इसके फायदे जाने की केसे किसान कम लागत में अधिक आलू का उत्पादन ले सकता है। उन्होंने बिहार के सभी किसानों को इस नई तकनीक जीरो टिलेज से आलू लगाने को प्रोत्साहित किया।

माननीय कृषि मंत्री ने कहा कि आलू उत्पादन में जीरो टिलेज तकनीक अपनाने से धान के बाद आलू लगाने से फसल अवशेष का भी उपयोग हो सकेगा। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र के वैज्ञानिक डॉ एसके ककरालिया ने जीरो टिलेज प्रॉजेक्ट के बारे में अवगत करवा की इस विधि को हाल ही में बिहार के पांच जिलों में लगाया गया है। डॉ ककरालिया ने बताया की इस विधि में खेत की जुताई किए बिना आलू की फसल को लगाया जाता है जिसमें बहुत ही कम मजदूर (लेबर) की जरुरत होती है I इस विधि को अपनाने से किसान जुताई खर्च एवं मजदूरी खर्च की में बचत कर सकते हैं एवम 15-20 % तक उपज में वृद्धि कर सकते है।

उद्यान निदेशक डॉ नन्द किशोर, ने किसानों बताया की ऐसी नई तकनीकियां आलू के उत्पादन में नई क्रांति लायेगी। जिससे किसानों की आमदनी दोगुना हो सकेगी। इस मौके पर बामेती के डायरेक्टर श्री जितेंद्र प्रसाद एवम आलू अनुसंधान केन्द्र के हेड, डॉ शंभू कुमार ने किसानों को आस्वत किया की कृषि प्रसार के माध्यम से इस तकनीक को पूरे बिहार मैं अपनाने बार जोर दिया जायेगा। इस मौके पर ग्रीन डिजिटल से शम्स ने किसानों को कहा की इस तकनीक को विडियो के माध्यम से सभी किसानों तक पहुंचाया जायेगा।

संबंधित खबर -