हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद कई तरह की बातें आ रही सामने, हिंसा को लेकर बिट्टू ने दी सफाई
हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद कई तरह की बातें सामने आ रही हैं I कथित गोरक्षक और नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर के एक वीडियो को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है I पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि माहौल तनावपूर्ण होने के बावजूद भी यात्रा को इजाजत कैसे दी गई I पुलिस का दावा है कि यात्रा के दौरान हथियार नहीं रखने की बात हुई थी, लेकिन जो वीडियो सामने आ रहे हैं उनमें साफ देखा जा सकता है कि लोगों के हाथों में तलवारें और बंदूकें हैं I
आपको बता दें इस हिंसा के बीच एक शख्स की और चर्चा है, जिसका नाम बिट्टू बजरंगी है I ये शख्स भी खुद को गोरक्षक बताता है I बिट्टू भी इस बृजमंडल यात्रा में शामिल हुआ था I इंडिया टुडे ने हथियार लहराने और हिंसा को लेकर बिट्टू बजरंगी से बातचीत की I जिसमें उसने बताया कि यात्रा में तलवारें पूजा के लिए लाई गई थीं I बिट्टू बजरंगी ने इस इंटरव्यू में बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हमने शोभा यात्रा का आयोजन किया था I यात्रा को नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर तक जाना था I इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल थे I हमने मंदिर में पूजा की, कीर्तन किया और जैसे ही वापस आने लगे, तो देखा कि आगे वाली गाड़ियों में आग लगाई जा रही थी I
मोनू मानेसर के कथित साथी बिट्टू बजरंगी ने इस हिंसा को लेकर आगे बताया, हमने देखा कि सड़क के किनारे एक छोटी मस्जिद थी, जहां 200 से 250 लोग थे I वो लोग पूरी तरह से तैयार और हथियारों से लैस थे I उन्होंने वहां से गोलीबारी शुरू कर दी I बिट्टू ने कहा कि वो इस दौरान महिलाओं और बच्चों के लिए चिंतित था I इसके बाद हमने वापस मंदिर लौटने का फैसला किया I हमें वही जगह सुरक्षित लगी I सामने आये वीडियो में यात्रा के दौरान हथियार नजर आए, इसे लेकर बिट्टू बजरंगी ने कहा कि कुछ लोग हथियार ले जा रहे थे, लेकिन वो सभी लाइसेंस वाले हथियार थे I साथ ही जो तलवारें हम ले जाते हैं, उनका इस्तेमाल पूजा के लिए किया जाता है I