घर में नहीं रखी जाती शनिदेव की मूर्ति, बाहर मंदिर में ही होती है पूजा; जानें कारण
आपने भी यह बात जरूर नोटिस की होगी कि हमारे घर के मंदिरों (Puja Ghar) में शिवलिंग से लेकर देवी मां की मूर्ति तक और हनुमान जी से लेकर विष्णु भगवान और गणेश जी तक की मूर्ति या तस्वीर होती है. लेकिन कहीं किसी भी घर में आपने शनिदेव की मूर्ति (Shani dev idol) या तस्वीर रखी हुई नहीं देखी होगी. कई बार आपके मन में भी यह सवाल जरूर आता होगा कि आखिर इसका कारण क्या है और क्यों घरों में अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां या तस्वीर तो होती है लेकिन शनिदेव की मूर्ति नहीं रखी जाती?
शनिदेव को मिला था श्राप
धर्म शास्त्रों की मानें तो शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर घर के मंदिर में रखना मना है और शनिदेव की पूजा घर के बाहर किसी मंदिर में ही करने का विधान बताया गया है. इसके पीछे धार्मिक मान्यता ये है कि शनिदेव को श्राप मिला था (Shani dev was cursed) कि वह जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट यानी बुरा हो जाएगा. यही वजह है कि शनिदेव की दृष्टि सीधे तौर पर हमारे जीवन पर ना पड़े इसलिए शनिदेव की तस्वीर या मूर्ति को घर के मंदिर या पूजा घर में रखना सही नहीं माना जाता.
शनिदेव की आंखों में न देखें
अगर आप मंदिर में भी शनिदेव के दर्शन करने के लिए जाएं तो उनके पैरों की तरफ देखें (Look towards his feet) और उनकी आंखों में आंखें डालकर उनके दर्शन न करें. अगर आप घर में शनिदेव की पूजा करना चाहते हैं तो उनका मन में ही स्मरण करें. साथ ही शनिवार के दिन जिसे शनिदेव का दिन माना जाता है, उस दिन शनिदेव के साथ ही हनुमान जी (Lord Hanuman) की भी पूजा करें. ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
ये मूर्तियां भी मंदिर में न रखें
शनिदेव के अलावा राहु-केतु (Rahu ketu) की मूर्ति या तस्वीर, भगवान शिव के नटराज रूप (Natraj) की मूर्ति या तस्वीर और भैरव (Bhairav) की मूर्ति या तस्वीर भी घर में नहीं रखनी चाहिए.