जेल से रिहा होते ही राजनीति में सक्रीय हुए आनंद मोहन, फारबिसगंज मंच दिए कई बयान..

 जेल से रिहा होते ही राजनीति में सक्रीय हुए आनंद मोहन, फारबिसगंज मंच दिए कई बयान..

पूर्व सांसद और बिहार के बाहुबली आनंद मोहन जेल से बाहर आने के बाद पॉलिटिकली एक्टिव हो गए हैं I अररिया के फारबिसगंज मंच से उन्होंने कई ऐसे ही बयान दिए हैं I जेल से रिहा होने के बाद बुधवार को उनका पहला पब्लिक कार्यक्रम था I उनके साथ उनकी पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद भी थीं I उन्होंने सीधे कहा कि वह आईएस जी कृष्णैया हत्याकांड में दोषी नहीं हैं I उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें गोली से उड़ा दिया जाए या फिर सूली पर चढ़ा दिया जाए वह हंसते-हंसते मंजूर कर लेंगे I

आपको बता दें आनंद मोहन की रिहाई के बाद से बिहार की राजनीति गर्म है I इसी का नतीजा रहा कि स्थानीय बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह और दो बीजेपी विधायकों ने उनके साथ कार्यक्रम में मंच साझा नहीं किया I दरअसल बुधवार को अररिया जिले के फारबिसगंज के फैंसी मार्केट में बाबू वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा का अनावरण समारोह था I इसी में आनंद मोहन सिंह और उनकी पत्नी लवली आनंद पहुंचीं थीं I जिला क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन हुआ I

पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने अनावरण कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में बाबू वीर कुंवर सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हैं I चर्चित मामले का जिक्र करते हुए कहा कि आईएएस जी कृष्णैया हत्याकांड में वे निर्दोष हैं I इसके बावजूद भी सजा काट कर आए हैं जबकि उनके साथ हत्याकांड में सात लोगों को आजीवन कारावास की सजा मिली थी, लेकिन छह लोग छूट गए I उन्होंने उस दंड की सजा काटी जो उन्होंने किया ही नहीं I इसके साथ ही आनंद मोहन सिंह ने कहा कि लवली आनंद ने संसद में चिल्ला-चिल्लाकर मामले की CBI जांच की मांग की थी और कहा था कि अगर मेरे पति दोषी हैं तो फांसी दे दीजिए पर CBI जांच नहीं हुई थी I

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