पटना में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती छह विधानसभा क्षेत्रों पर होगी
पटना जिलें के अतंर्गत चौदह विधानसभा क्षेत्रों में छह ऐसे विधानसभा क्षेत्र है जिसे संवेदनशील श्रेणी में प्रशासन के द्वारा रखा गया है। इसलिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती इन संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों में की जाएगी ताकि चुनाव निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से हो सके। चुनाव की तैयारी में प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। लगभग डेढ़ सौ कंपनियां पटना जिले के लिए डिमांड की गयी है।
इस बार मतदान केंद्रों की संख्या पिछले बार की तुलना में बढ़ी है। इस कारण पुलिस बल की जरूरत पिछले बार से अधिक होगी। जिन विधानसभा को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है उसमें पालीगंज, मनेर, मसोढ़ी, दानापुर, बाढ़ एवं मोकामा शामिल है। विधानसभा क्षेत्र पालीगंज एवं मसोढ़ी नक्सल प्रभावित होने के कारण पुलिस बल की यहां ज्यादा तैनाती की जाएगी। हालांकि पहले की अपेक्षा अब इन इलाकों नक्सलियों का प्रभाव कम हो गया है। फिर भी प्रशासन पूर्व में घटित घटनाओं को देखते हुए इन दो विधानसभा क्षेत्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।
पालीगंज का इमामगंज सुर्खियों में पहले से ही रहा है। यहां पर बड़ी घटनाएं कई बार हो चुकी है। इसी प्रकार मसौढ़ी में 1990 – 2005 के दौरान कई बड़े वारदात हुए है। हालांकि हाल के चुनावों में दोनों विधानसभा क्षेत्रों से कोई वारदात नहीं हुई है। फिर भी सतर्कता प्रशासन द्वारा बरती जा रही है। मनेर व दानापुर में बूथ कब्जे को लेकर शिकायत, प्रशासन में दर्ज कराई जा चुकी है।
वर्चस्व की लड़ाई मोकामा विधानसभा क्षेत्र में अक्सर हुआ करती है। इस क्षेत्र से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह चुनाव जीते है। मोकामा को भी प्रशासन द्वारा संवेदनशील घोषित किया गया है। हाल के चुनाव में गोरिया टोला वार्ड संख्या दस, ग्यारह तथा लहरिया टोला वार्ड संख्या एक और चौदह में कई घटनाएं हो चुकी है।
संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।