पीरियड्स के दौरान ये पांच चीज़ खाने से बचें ,जानें क्या खाएं और क्या नहीं
पीरियड्स के पहले महिलाओं को मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द, पेट में दर्द,सूजन, थकान, चिड़चिड़ापन, उदासी, चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं घेरने लगती हैं। मासिक चक्र के पहले नजर आने वाले ये सभी लक्षण प्रीमेंसट्रूअल सिंड्रोम (पीएमएस) हैं। पीरियड्स के दौरान महिलाओं में बार-बार मूड बदलना, चिड़चिड़ेपन के साथ-साथ चटपटा खाने की इच्छा बढ़ जाती है। पीएमएस की आशंका तब और बढ़ जाती है, जब महिला को विटामिन बी 6, कैल्शियम और मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा हो और उसके जीवन में तनाव की अधिकता होने के साथ व्यायाम की कमी और कैफीन की मात्रा की भी अधिकता हो। ऐसे में पीएमएस से निपटने के लिए डाइट से जुड़ी इन जरूरी बातों का जरूर रखें ध्यान।
खट्टे फलों का सेवन-
पीरियड्स के दौरान केला, संतरा, मौसमी, नींबू जैसे खट्टे फलों का सेवन करने से बचना चाहिए। इन फलों का सेवन करने से पीरियड्स पेन बढ़ सकता है।
ठंडी चीजों का सेवन-
महिलाओं को इस खास समय दही, आईसक्रीम, रायता या छाछ से बने प्रॉडक्ट्स का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पीरियड्स के दौरान आपका दर्द बढ़ा सकता है।
मीठा खाने की जगह चुनें ये विकल्प-
पीरियड्स के दौरान महिलओं को अक्सर मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है। अगर आपको भी इस समय ऐसी ही क्रेविंग होने लगे तो मिठाई या पेस्ट्री की जगह सेब, अनार आदि जैस फल खाएं। ऐसा करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है। इसके अलावा आप मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन कम करने के लिए डार्क चॉकलेट का भी सेवन कर सकती हैं।
विटामिन और आयरन डाइट में करें शामिल-
पीरियड्स के दौरान विटामिन ए युक्त हरी और पत्तेदार सब्जियां डाइट में जरूर शामिल करें ताकि शरीर में खून की मात्रा बढ़ सके। इसके अलावा विटामिन बी6 से भरपूर आलू का सेवन करने से भी खून की क्लॉटिंग यानी थक्कों को कम करने में मदद मिलती है।
चाय-कॉफी का अधिक सेवन करने से बचें-
पीरियड्स के दौरान कैफीन का अधिक सेवन करने से आपकी तकलीफ अधिक बढ़ सकती है। दर्द से राहत पाने के लिए पूरे दिन में 2-3 बार अदरक और तुलसी की चाय पी सकते हैं लेकिन इससे ज्यादा चाय का सेवन न करें वरना आपको एसिडिटी और कब्ज की शिकायत हो सकती है।