बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर जागरूक जनता पार्टी ने लिया देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने का संकल्प
पटना: प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और अन्याय विरोधी बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव आज जागरूक जनता पार्टी द्वारा राजधानी पटना के आईएमए हॉल में मनाया गया। इस अवसर पर जागरूक जनता पार्टी की ओर से आर्थिक आजादी आंदोलन के नायक व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मिथिलेश बिहारी भारतीय ने अपने संबोधन में बाबू वीर कुंवर सिंह को याद किया और कहा कि सन 1857 में देश को आजादी दिलाने के लिए दीप जलाने वाले बाबू वीर कुंवर सिंह जी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। देश और समाज के लिए उन्होंने बुढ़ापे में भी ब्रिटानी साम्राज्य को ललकार कर दिखा दिया कि बिहार की बूढ़ी हड्डियां भी कमजोर नहीं है। देश हित में उनका बलिदान सर्वोच्च और अनुकरणीय है। उनसे हमें सबक लेकर अपने देश की एकता और अखंडता को अक्षुण रखने के लिए संकल्पित होने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि समाज के प्रति अच्छा करने वाले लोगों को सदैव याद किया जाता है। इसलिए हम सब आपको अपने घर परिवार के साथ सामाजिक रुप से भी अपने हिस्से का योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूक जनता पार्टी भी आज देश में एक आर्थिक आजादी का स्वतंत्रता संग्राम लड़ रही है। हमारे इस संघर्ष का एकमात्र उद्देश्य देश के हर व्यक्ति को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए है। साथी हम देश में प्रेम भाईचारा एकता और अखंडता को स्थापित करने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। इस कार्य के लिए हमारे प्रेरणा हमारे पूर्वज हैं। भारत ने कभी दुनिया को विश्वकल्याण का संदेश दिया था। आज एक बार फिर से उसी संदेश को बिहार के रास्ते दुनिया को देने का वक्त आ गया है। हमारी पार्टी विश्वकल्याण चाहती है जिसमें हर नागरिक को बिना भेदभाव के सुरक्षा सम्मान के साथ नागरिक अधिकार की प्राप्ति हो सके।
बाबू वीर कुंवर सिंह जी के विजयोत्सव में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपक शर्मा, राष्ट्रीय सचिव सिकंदर कुमार, राष्ट्रीय चुनाव प्रभारी रामनरेश सिंह, राष्ट्रीय सचिव डॉ महेश सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अंजू कुमारी, महिला सेल बिहार प्रदेश अध्यक्ष रीना सिंह, प्रदेश सचिव बिहार उपेंद्र कुमार, प्रदेश सचिव अजीत सिंह सदस्य बिहार प्रदेश कमेटी आलोक कुमार और प्रदेश संगठन प्रभारी नीलम कुमार सिंह भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने बाबू वीर कुंवर सिंह को का स्मरण करते हुए अपने वक्तव्य को रखा।