काम बाधित नहीं करेंगे आयुष चिकित्सक, मांगो पर होगा विचार
कोरोना महामारी के इस दौर में बिहार के आयुष चिकित्सक होम आइसोलेशन में नहीं जाएंगे। जी हां अमसा ने इसकी घोषणा कर दी। उन्होंने अपने घोषणा में कहा है कि 15 मई से ये लोग अपनी 4 सूत्री मांग को लेकर होम आइसोलेशन में जाने वाले थे, जिससे कोरोना की इस घड़ी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की संभावना थी। लेकिन समय रहते इनकी मांग पर सरकार ने विचार करने का आश्वासन दिया, तब जाकर अमसा ने होम आइसोलेशन में नहीं जाने का ऐलान कर दिया।
महामारी के लिहाज से यह के बेहद राहत देने वाली खबर है।कोरोना और इंसान की जिंदगी के बीच अगर कोई ढाल बनकर खड़ा है तो वो इस धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर है। बिहार में आयुष चिकित्सकों की संख्या भी अच्छी खासी है। ऐसे में अगर ये सभी होम आइसोलेशन में चले जाते तो विकट परिस्थिति उत्पन्न हो सकती थी।
अपनी मांग के समर्थन मे इन लोगों ने 12 से 15 मई के बीच काला बिल्ला लगाकर काम करने की घोषणा की थी। इस दौरान अगर उनकी मांग को नहीं माना जाता तो ये लोग होम आइसोलेशन में चले जाते। जिससे कोरोना की लड़ाई कमजोर हो जाती। लेकिन समय रहते सरकार ने इनकी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया, तब जाकर ये समस्या टल गयी। इनलोगों को 65 हजार मानदेय और सेवा स्थायी करने का आश्वासन मिला है।