गृह प्रवेश करने से पहले जरूर ध्यान रखें ये बातें, ऐसे करें पूजा
वास्तु शास्त्र अनुसार गृह प्रवेश कभी भी नहीं किया जा सकता है. इसके लिए कुछ खास महीने ही शुभ होते हैं. भूल से भी सावन और पितृ पक्ष के समय नए घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए. यदि आपका घर बन कर तैयार भी हो चुका है भी प्रवेश करने से पहले सही मुहूर्त का इंतजार जरूर करें.
मान्यता है कि जब भी नए घर में प्रवेश करें तो घर के मुख्य द्वार पर बंदनवार जरूर टांगे. बंदनवार यदि आम के पत्तों का हो तो यह बहुत ही शुभ होता है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है.
बंदनवार के साथ ही घर के मुख्य द्वार पर रंगोली जरूर बनाएं. ग्रंथों में ऐसा कहा गया है कि यदि आप ईश्वर को अपने घर पर आने का न्यौता दे रहे हैं तो आपको उन्हें प्रसन्न करने के लिए घर के द्वार को जरूर सजाना चाहिए. देवी लक्ष्मी को रंगोली बहुत पसंद है. आपके घर में मां लक्ष्मी वास करती हैं और आपको आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.
मान्यता है कि घर के मालिक को नारियल, हल्दी, गुड़, चावल और दूध जैसी शुभ चीजों को हाथ में लेकर प्रवेश करना चाहिए. ऐसा करने से उस स्थान पर मौजूद सभी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है
गृह प्रवेश करते समय गणपति की स्थापना और वास्तु पूजा जरूर करें. इसके साथ ही वास्तु के हिसाब से ही अपने घर को सजाएं. ऐसा करने से हमेशा घर में सुख-शांति बनी रहती है.
कहते हैं कि नए घर में जब भी पहली बार प्रवेश करें, हमेशा पहले दाहिना पैर ही घर के अंदर रखें. यदि आप विवाहित हैं तो अपने पार्टनर के साथ ही गृह प्रवेश करें.
मान्यता है कि जिस दिन गृह प्रवेश करवाएं उस दिन से लेकर 40 दिन तक उसी घर में रहें. गृह प्रवेश के 40 दिन तक घर में किसी एक व्यक्ति का रहना जरूरी है और घर पर किसी भी सूरत में ताला न लगाएं. गृह प्रवेश के दिन घर की मालकिन को पूरे घर में पानी से भरा कलश घुमाना चाहिए और घर के हर कोने में फूल डालने चाहिए.