अमेरिका के बड़े बैंकों में महिलाओं का दबदबा ,लेकिन फाइनेंशियल इंडस्ट्री के बड़े पदों पर अभी भी पुरुषों का दबदबा बना हुआ है

 अमेरिका के बड़े बैंकों में महिलाओं का दबदबा ,लेकिन फाइनेंशियल इंडस्ट्री के बड़े पदों पर अभी भी पुरुषों का दबदबा बना हुआ है

अमेरिका के बड़े बैंक अब अपने बड़े पदों का कार्यभार महिलाओं को सौपनें लगे हैं | हाल ही में सिटी ग्रुप से जेन फ्रेजर  को माइकल कॉर्बेट की जगह अपना चीफ एग्जीक्यूटिव नियुक्त किया है | वो अपना पद अगले साल फ़रवरी महीने से संभालेंगी | इसके साथ ही फ्रेजर वाल स्ट्रीट के बड़े बैंकों में से एक की कमान सँभालने वाली पहली महिला प्रमुख बनेंगी |

जेपी मॉर्गन चेस के पूर्व सीनियर एग्जीक्यूटिव हेदी मिलर ने कहा कि “महिलाओं को ऊँचा पद दिया   जानी चाहिए| फ्रेजर का सिटी ग्रुप के प्रमुख के तौर पर चुना जाना बिलकुल सही है | लेकिन अब भी पुरुषों का फाइनेंसियल इंडस्ट्री में दबदबा बना हुआ है |”

तक़रीबन 40 फीसदी महिलाएं फाइनेंस के क्षेत्र में हैं

लगभग 40 फीसदी महिलाएं फाइनेंस के क्षेत्र में काम कर रही हैं ,और इनमें से कुछ तो शीर्ष स्थान पर भी पहुँच चुकी हैं |61 वर्ष की महिला मार्गरेट किन देश की एक प्रमुख फाइनेंसियल कम्पनी सिंक्रोनी की 29 नवंबर 2005 से सीईओ हैं|

जनरल मोटर्स कि पहली सीईओ हैं मैरी बारा  

58 साल कि मैरी बारा जनरल मोटर्स की पहली सीईओ हैं| वो 15 जनवरी 2014 से इस कम्पनी कि कमान बतौर सीईओ संभाल रही हैं | लेकिन ऐसा हो सकता है की जेन फ्रेजर वाल स्ट्रीट के किसी बैंक के शीर्ष पद पर रहने वाली पहली महिला न रहें ,क्योंकि ऐसी बातें हो रही हैं की केथी बेसेंट बैंक ऑफ़ अमेरिका की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर को अमेरिका के चौथे बड़े बैंक वेल्स फार्गो के शीर्ष पद पर नियुक्त कर सकता है |

संवादाता सुप्रिया

संबंधित खबर -