बिहार में बालू की किल्लत से निर्माण सेक्टर को मिली बड़ी राहत,इन घाटों की नीलामी की प्रक्रिया हुई पूरी

 बिहार में बालू की किल्लत से निर्माण सेक्टर को मिली बड़ी राहत,इन घाटों की नीलामी की प्रक्रिया हुई पूरी

बिहार के इन आठ जिलों बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसमें पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास, गया, जमुई और लखीसराय के दर्जनों बालू घटों की नीलामी पूरी हो गई है। जल्द ही पर्यावरण स्वीकृति वाले शेष घाटों की भी नीलामी कर ली जाएगी। बिहार सरकार के इस कदम से बालू की किल्लत झेल रहे निर्माण सेक्टर को बड़ी राहत मिलेगी। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में बिहार स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा घाटों की नीलामी प्रक्रिया की जा रही है।

हाल ही में 27 नवंबर को जमुई जिले के मानधाता, डुमरी, केंदुआ और सोनो, पटना के महाबलीपुर, राजीपुर, कटारी, औरंगाबाद जिले के मझियावां व शेखपुरा-1, शाहसपुर-1 समेत 8 बालू घाटों की नीलामी पूरी कर ली गई। सारण के महाराजगंज- दरियागंज, खलपुरा व रावलटोली, रोहतास के अमियावर-ए और गया के फतेहपुर व श्रीपुर, खीजरसराय, नेपा, कुसाप, चोटिया, अलीपुर व देवगांव बालू घाटों के लिए ऊंची बोली लगाने वाले संवेदकों का चयन हुआ है।

वहीं, 28 नवंबर को जमुई के लिपाटवा, बालथार, हंजरो, दीनारी व सिमरिया, पटना जिले के पांडेयचक, औरंगाबाद के केशव, इमामबाड़ा, दाउदनगर-ए दाउदनगर-बी, सारण के द़फ्तुआर रहरिया, तिवारी महुआ, एलसीटी डोमवा, कालूगंगाजल, नयागांव राजपुर व सबलपुर, गया के बिहटो सारित, मठियापुर, तेनरी, सादीपुर, कुकयासिन, परेवा,केंदुई, भदेजा, भुसुंडा, रामसिला, तेलबीघा, दलेलचक व पवन जबकि भोजपुर के बिहटा बालू घाट की नीलामी पूरी हो गई है।

निगम के अनुसार, आपको बता दें उच्चतम बोली लगाने वाले संवेदकों को जरूरी कागजात और राशि जमा करने की सूचना दे दी गई है। राशि जमा व एकरारनामा पूरा होते ही संवेदक बालू खनन शुरू कर सकेंगे।

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