हैदराबाद निगम चुनाव में BJP की बड़ी सफलता, नया इतिहास रचा गया
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में बड़ी सफलता हासिल कर भाजपा ने दक्षिण भारत में अपने लिए एक और रास्ता खोला है। एआईएमआईएम और टीआरएस के गढ़ में भाजपा ने अपनी ताकत लगभग 12 गुना बढ़ाई और नगर निगम को त्रिशंकु स्थिति में ला खड़ा किया है। हैदराबाद से भाजपा को तेलंगाना के साथ आंध्र प्रदेश में भी लाभ मिलने की उम्मीद है। कहने को तो यह एक बड़े स्थानीय निकाय के चुनाव हैं, लेकिन इनका महत्व भाजपा की दक्षिण भारत की राजनीति के लिए बेहद अहम है। इसीलिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पर प्रचार का मोर्चा संभाला था।
ध्रुवीकरण की राजनीति में एआईएमआईएम ने तो अपना प्रदर्शन लगभग बरकरार रखा है, लेकिन टीआरएस को बड़ा झटका लगा है। भाजपा ने उसके प्रभाव क्षेत्र में बड़ी सेंध लगाकर 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए टीआरएस को बड़ी चुनौती पेश की है। हाल में हुए एक विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा ने टीआरएस को मात देकर उससे सीट छीनी थी। इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के चार सांसद यहां से चुने गए थे।