बिहार : मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से 26 लोगों की चली गई आंखों की रौशनी

 बिहार : मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से 26 लोगों की चली गई आंखों की  रौशनी

बिहार के मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से 26 लोगों की आखों कीं रौशनी चले जाने का मामला सामने आया है। जहां 22 नवंबर को इन लोगों ने मोतियाबिंद का मुफ्त ऑपरेशन करवाया था। उसके अगले दिन पट्टी खुलने के बाद उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से उनकी आँखें खराब हो गई और उसे निकलवानी पड़ी। अब वो ताउम्र उन आँखों से देख नही पायेंगे।

वही, इस घटना के संबंध में, डॉक्टरों ने आंख में इन्फेक्शन की बात कही थी। जिसके बाद अस्पताल के द्वारा ही मरीजों को पटना ले जाया गया। पटना में डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन सक्सेसफुल नहीं हुआ। आंख निकालना होगा। तब मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल लाकर मरीजों का आंख निकाला गया। इस घटना के बाद लोगों में पूरा गुस्सा देखा जा रहा है। सिविल सर्जन विनय कुमार शर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। 26 लोगों की आंखें खराब हो गई हैं। इसकी जांच पड़ताल लिए एक टीम का गठन कर जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

आपको बता ब्लाइंडनेस कंट्रोल के पदाधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यों की टीम बनाई गई है। जिसमें एक आई स्पेशलिस्ट रहेंगे। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।अब बड़ा सवाल ये हैं कि जिन लोगों की आँखें चली गयी है।उन लोगों के जीवन में अँधेरा छा गया है। जिन लोगों के साथ चिकित्सा के नाम पर ये जुर्म हुआ है, अब उसकी भरपाई कैसे होगी। क्या सरकार इसके लिए कदम उठाएगी ? इन सबके बीच यह बेहद जरूरी है कि पैसा कमाने की आड़ में आधे अधूरे प्रशिक्षुओं से जीवन का मजाक बना देने का सिलसिला थमना चाहिए।

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