बिहार : 2600 साल बाद आज राजगीर में आयुर्वेद दवाओं की धूम, CM नीतीश कुमार करेंगे तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व का उद्घाटन
2600 साल बाद राजगीर में आयुर्वेद दवाओं की धूम मचेगी। 2600 साल पहले इसी धरती पर उस काल के विश्व प्रसिद्ध सर्जन वैद्य जीवक ने भगवान बुद्ध व बिंबिसार सहित अन्य का उपचार किया था। आज राजगीर में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व की तैयारी पूरी हो गई है। सीएम नीतीश कुमार आज इंटरनेशनल कॉन्वेंशन सेंटर में इसका उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, केंद्रीय आयुष सचिव राजेश कटोचा, राष्ट्रीय आयुर्वेद परिषद के सभापति जयंतदेव पुजारी, आयुर्वेद सलाहकार मनोज नेसरी, राष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन के अध्यक्ष पद्मश्री वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा मौजूद रहेंगे।
तीन दिनों के इस पर्व में देशभर से 1500 आयुर्वेद विशेषज्ञ शामिल होंगे। कुछ विशेषज्ञ नेपाल व अन्य देशों से भी आएंगे। सम्मेलन के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में आयुर्वेद के विकास और घर-घर तक इसके प्रसार के उपायों पर भी चर्चा होगी। इसका आयोजन अखिल भारतीय व बिहार आयुर्वेद महासम्मेलन, केंद्रीय आयुष मंत्रालय, राज्य आयुष समिति बिहार द्वारा कराया जा रहा है। कभी अपने जमाने के सर्जन कहे जाने वाले वैद्य जीवक यहां वास करते थे। लोगों की मानें तो वैद्य जीवक को अपने समय का धनवंतरी समझा जाता है।
आपको बता दें आयुर्वेद पर्व का मुख्य आकर्षण योग प्रदर्शनी और प्रमुख दवा कंपनियों का स्टॉल होगा। दवा प्रदर्शनी का उद्घाटन भी सीएम द्वारा किया जाएगा। इसमें अलग-अलग बीमारियों का योग के माध्यम से निदान का भी प्रदर्शन होगा। बताया कि कोरोना काल में आयुर्वेद का महत्व काफी बढ़ा है। बड़ी संख्या में लोग आयुर्वेद को अपनाने लगे हैं।