बिहार दिवस : 22 मार्च को अपनी मिट्टी की पहचान का जन्मोत्सव मनाएं, शिक्षा मंत्री राज्यवासियों से की अपील
22 मार्च को बिहार दिवस रूप में मनाया जाता है। जिस तरह जिस तरह अपने घर के सदस्य बच्चों बड़े बुजुर्गों का जन्मदिन मनाते हैं। ठीक उसी तरह 22 मार्च को हर बिहार वासी अपनी मिट्टी की पहचान का भव्य जन्मोउत्सव धूमधाम से मनाएं। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आज रविवार को यह अपील बिहारवासियों से की है। गांधी मैदान में बिहार दिवस के आयोजन को लेकर तैयार मुख्य समारोह स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में चौधरी ने कहा कि बिहार प्रशासनिक व भौगोलिक क्षेत्र के रूप में 1912 में 22 मार्च को अस्तित्व में आया।
इसलिए यह दिन बिहारीपन की पहचान को विस्तृत करने के लिए जश्न का दिन है। बिहारीपन की पहचान को और बढ़ाने तथा अपने राज्य की ब्रांडिंग के लिए हर राज्य वासी का कर्तव्य है कि वह 22 मार्च को आयोजित तीन दिवसीय समारोह को अपनी भागीदारी से यादगार बनाएं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक दिन के अंतराल के बाद होने वाले इस समारोह के आयोजन का प्रारूप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहमति से किया गया है।
आपको बता दें पूरा आयोजन जल जीवन हरियाली के मुख्य थीम पर केंद्रित रहेगा। समारोह को संध्या कालीन संस्कृति मनोरंजन के साथ ही बिहार के बारे में विस्तार जानकारी देने के लिहाज होगा। राज्य के सभी 38 जिलों की सहभागिता हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। सरकार के मुख्य विभाग अपने कार्य और विकास योजनाओं की जानकारी देंगे। 22 मार्च को शाम 5:00 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।