बिहार : भोजपुर में शुरू की गई पुआल से चारा प्रबंधन कार्यक्रम, किसानों को 2 हजार से 24 सौ रुपये का लाभ

 बिहार : भोजपुर में शुरू की गई पुआल से चारा प्रबंधन कार्यक्रम, किसानों को 2 हजार से 24 सौ रुपये का लाभ

बिहार के भोजपुर जिले में खेतों में हार्वेस्टर से धान की कटाई के बाद पुआल का अवशेष जलाने को विवश हो रहे किसानों के लिए गुड न्यूज है। खेतों में अवशेष जलाने पर कृषि विभाग की ओर से किसानों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं से वंचित किया जा रहा था।अब इस अवशेष का बंडल कॉम्फेड सुधा 2 रुपये प्रति किलो की दर से खरीद रही है। बीते दिन बुधवार से भोजपुर में
पुआल से चारा प्रबंधन कार्यक्रम की शुरू की गई।

भोजपुर कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा पहले दिन सुधा डेयरी को 3 टन पुआल के अवशेष के बंडल की आपूर्ति की गई। जानकारी के अनुसार, इस साल जिले में कॉम्फेड सुधा को 20 टन पुआल का बंडल एस्ट्रो बेलर मशीन से बनाकर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा शेष पुआल की भी इसी सप्ताह में आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

आपको बता दें एक एकड़ में 10 से 12 क्विंटल पुआल के अवशेष का बंडल तैयार हो रहा है। इस तरह 2 रुपये प्रति किलो की दर से प्रति एकड़ 2000 से 2400 रुपये का लाभ किसानों को मिल रहा है। पहले यह अवशेष जलाने पर आर्थिक लाभ नहीं मिलता था। उल्टे में जलाने पर विभागीय कार्रवाई का सामना करने के साथ ही सरकारी सुविधाओं से वंचित होना पड़ता था।

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