बिहार : खेतों में पुआल जलाने के आरोप में 73 किसानों का रजिस्ट्रेशन 3 साल के लिए हुआ रद्द

 बिहार : खेतों में पुआल जलाने के आरोप में 73 किसानों का रजिस्ट्रेशन 3 साल के लिए हुआ रद्द

बिहार में किसानों को खेत में पुआल जलाना माना है। इसके बावजूद भी किसान खेतों में पुआल जलाने से बाज नहीं आ रहे है पटना जिले में पुआल जलाने के आरोप में 73 किसानों का निबंधन ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है।इसमें मसौढ़ी, धनरुआ, पुनपुन और फुलवारीशरीफ के 73 किसान 3 साल तक कृषि और सहकारिता विभाग के किसी भी योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे।

जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक किसान धनरुआ के हैं। धनरुआ के 26 किसान और मसौढ़ी के 25 किसान हैं।वही पुनपुन के 20 और फुलवारीशरीफ के 2 हैं। जिला कृषि पदाधिकारी विभू विद्यार्थी ने बताया मंगलवार सुबह धनरुआ के राढ़ा गांव में अचानक धुएं के साथ आग की तेज लपटें दिखाई दी। ग्रामीणों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी को सूचना दी। सूचना पाकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों का पता करते हुए प्रखंड में निबंधित उन 6 किसानों का निबंधन ब्लॉक कर दिया गया।

बीएओ ने मुताबिक, राढ़ा गांव के रामईश्वर प्रसाद, सत्यनारायण प्रसाद सिंह, धर्मशीला देवी, जगत नारायण सिंह, आनंदी प्रसाद सिंह एवं अरविंद प्रसाद सिंह ने बीते मंगलवार की शाम अवशेष जलाया था। उन्होंने बताया कि अगले तीन सालों तक छह किसानों को कोई भी सरकारी अनुदान नही मिल पायेगा। पुनपुन कृषि पदाधिकारी बालकृष्ण ने बताया कि पारथु, केबड़ा और पोठही के किसान पराली जला रहे हैं। वैसे 20 किसानों को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है।

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