एटक के बिहार राज्य कोषाध्यक्ष एवं सिंचाई कामगार यूनियन के राज्य महासचिव टीपी वर्मा का निधन
एटक ने मजदूर आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षती बताया
पटना, 3 फरवरी 2024:- ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस(एटक) के राज्य कोषाध्यक्ष एवं बिहार सिंचाई कामगार यूनियन के राज्य महासचिव कामरेड तारकेश्वर प्रसाद वर्मा उर्फ का. टी.पी. वर्मा का कल शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे इधर कई महिनों से बिमार चल रहे थे। पूरे बिहार में वे का. टी. पी. वर्मा के नाम से ही जाने जाते थे। उनका उम्र 76 वर्ष था।
का. टी. पी वर्मा के निधन की खबर सुनते ही एटक परिवार एवं कम्युनिस्ट पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई का. टी. पी. वर्मा के निधन की खबर सूनते ही राज्य कार्यालय का झंडा झुका दिया गया और उपस्थित साथियों ने खड़ा होकर 2 मिनट मौन श्रद्धांजलि अर्पित किया।
मौके पे मौजूद एटक बिहार राज्य अध्यक्ष कामरेड गजनफर नवाब ने बताया कि 65 के छात्र आंदोलन से प्रभावित हो एआईएसएफ के नेता हुए। फिर सिंचाई विभाग में रोजगार प्राप्ति पर सिंचाई कामगारों के नेता हुए और उसी समय एटक से जुड़ गए। वें मजदूर वर्ग की राजनीति चेतन को मानते थे इसलिए वे कम्युनिस्ट पार्टी में भी सक्रिय हो गये थे।
उनकी इमानदारी व कर्मठता के कारण ही वे पिछले 30 वर्षों से एटक के राज्य कोषाध्यक्ष रहे और पिछले 20 वर्षों से सिंचाई कामगार यूनियन के राज्य महासचिव भी लगातार निर्वाचित होते रहे। वे कम्युनिस्ट पार्टी के बिहार राज्य परिषद के सदस्य भी रहे। उनके निधन से मजदूर आंदोलन और एटक को अपूरणीय क्षति हुई है। एटक की बिहार राज्य कमेटी उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए उनकी क्षति के पूर्ति का संकल्प लेती है और उनके शोक संतृप्त परिवार के साथ अपनी एक जुटता पेश करती है।
का. टी. पी वर्मा वैशाली जिले के लालपुर महनार के रहने वाले थे। वे अपने पीछे पत्नी उषा वर्मा सहित दो पुत्र व एक पुत्री को छोड़कर गए हैं।
गजनफर नबाब
अध्यक्ष
एटक, बिहार