बिहार : आंगनबाड़ी केंद्रों की होगी औचक जांच, बंद मिले केंद्रों के कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई
बिहार में आंगनबाड़ी केंद्रों के अमूमन बंद रहने की शिकायतों को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों की औचक जांच की जाएगी। समेकित बाल विकास निदेशालय के कार्यपालक निदेशक आलोक कुमार के अनुसार बंद पाए जाने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों के कर्मियों एवं संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों (CDPO) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें औचक जांच करने वाले पदाधिकारियों को एक निर्धारित फॉर्मेट दिया जाएगा। जिसके आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद रहने या प्रत्येक दिन खुलने व बंद होने से संबंधित समय की जांच करेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों के आसपास के लोगों में जाकर वहां उपलब्ध करायी जा रही सेवाओं की भी जानकारी लेंगे। जिला प्रशासन के स्तर से अपर समहर्ता स्तर के पदाधिकारी भी आंगनबाड़ी केंद्रों की औचक जांच करेंगे।
आलोक कुमार ने बताया कि मुख्यालय से औचक जांच को लेकर गए पदाधिकारी अपनी रिपोर्ट सीधे मुख्यालय में देंगे। वहीं, जिला स्तरीय पदाधिकारी अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे। इन जांच रिपोर्टों के आधार पर संबंधित CDPO, आंगनबाड़ी सहायिका एवं सेविका, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। राज्य में अभी 1.14 लाख आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जिनमें 1.12 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब 99 लाख बच्चे नामांकित हैं।