भाजपा नेता तय करें कि वह बिहारियों के साथ हैं या विरोध में- राजीव रंजन
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बिहार के हित में उठने वाली हर मांग को राजनीति में घसीटना भाजपा की आदत बन चुकी है। उन्हें समझना चाहिए कि हर मुद्दा राजनीति के लिए नहीं होता। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से किसी दल विशेष को नहीं, बल्कि बिहार की 14 करोड़ जनता को फायदा मिलेगा। इसका विरोध केवल वहीं कर सकता है, जो बिहार को विकसित प्रदेश नहीं बनने देना चाहता हो।
वक्त आ गया है कि भाजपा नेताओं को यह तय कर लेना चाहिए कि वह विशेष राज्य के मुद्दे पर बिहारियों के साथ हैं या उनके विरोध में। उन्होंने कहा कि बिहार विशेष राज्य के दर्जे के लिए तय नियमों में से कई मापदंडों को पूरा करता है। बिहार की सीमा दूसरे देश से भी लगती है और बिहार आर्थिक रूप से कमज़ोर भी है। इसके अलावा यहां के कई जिले बाढ़ की विभीषिका से त्रस्त हैं, जिसके कारण वहां आधारभूत संरचनाओं की कमी भी है। इसके बावजूद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने में बहानेबाजी करना केंद्र सरकार के सौतेलेपन को दर्शाता है।
आपको बता दें जदयू महासचिव ने कहा कि भाजपा नेताओं को यदि बिहारियों से थोड़ा भी लगाव है तो उन्हें केंद्र सरकार पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का दबाव बनाना चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि हम सभी पहले बिहारी हैं, इसीलिए अपने राजनीतिक दलों से पहले हमारी प्रतिबद्धिता अपने साथी बिहारियों से होना चाहिए।