ऑक्सीजन के बाद हो सकती है खून की कमी, नहीं कर सकेंगे रक्तदान

 ऑक्सीजन के बाद हो सकती है खून की कमी, नहीं कर सकेंगे रक्तदान

ऑक्सीजन और बेड की कमी के बाद अब अगर खून की कमी होती है, तो उससे कैसे निपटेगी सरकार ? ये वह सवाल है, जो अब परेशान करने लगा है। कहा जा रहा है कि एक मई के बाद जब 18 वर्षों से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना प्रारम्भ होगा, अगले दो महीनों के बीच खून की संकट उत्पन्न हो सकती है।

दरअसल मसला ये है कि देश मे कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को कोरोना का टीका मिलना शुरू हो जाएगा। टीका लगने के निर्देशानुसार जिन भी लोगों को टीका लगेगा, वह लगभग 70 दिन तक रक्तदान नहीं कर पाएंगे।

blood

जाहिर तौर पर कोरोना से टीका लगवाने युवाओं की भीड़ उमड़ेगी और इस दौरान समूचा युवा वर्ग टीका लगवायेगा, और वह आने वाले 70 दिनों तक रक्तदान नहीं कर सकेगा। ऐसे में अगर किसी को खून की जरूरत पड़ेगी तो उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

वर्तमान हालात को देखते हुए अस्पतालों में जो हालत है उस लिहाज से अगर खून की कमी होती है तो मामला और विकट हो सकता है. 18 साल से ऊपर के लोगों को टीका मिलने के बाद वह तकरीबन 70 दिनों तक रक्तदान नहीं कर सकते, जिसके कारण अस्पतालों में खून की कमी देखने को मिल सकती है, जिसके लिए सरकार को फिर से तैयार रहने की जरूरत है.

यह समस्या और भी विकट हो जायेगी अगर कोरोना का स्वरूप और बढ़ा. लॉकडाउन की संभावनाओं को भी निकट भविष्य में नकारा नहीं जा सकता. ऐसे में तमाम विहंगम परिस्थितयों को देखते हुए खून की कमी होने पर तत्काल किये जाने वाले उपायों पर सरकार और सबंधित संस्थानों को विचार करने की जरूरत है.

संबंधित खबर -