गर्लफ्रेंड ने फ़ोन नंबर किया ब्लॉक तो बॉयफ्रेंड ने करली खुदखुशी, मौका-ए-वारदात से सुसाइड नोट बरामद

 गर्लफ्रेंड ने फ़ोन नंबर किया ब्लॉक तो बॉयफ्रेंड ने करली खुदखुशी, मौका-ए-वारदात से सुसाइड नोट बरामद

 भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र के सुरखीकल मजार रोड के तिवारी निवास में एक बारहवी के स्टूडेंट(निशांत) ने सुसाइड कर लिया| मामले का पता तब चला जब पड़ोस के कमरे में रहने वाले लोगों ने दरवाजा नहीं खोलने पर मकान मालिक को सूचना दी| मकान मालिक ने जब कमरे के दरवाजे को धक्का दिया तो छिटकनी खुल गई और अंदर छात्र का शव फंखे से लटका मिला| नीचे प्लास्टिक की कुर्सी गिरी पड़ी थी, जिसके बाद मृतक के परिजनों और पुलिस को सूचना दी गई| बरारी पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे के अंदर से सुसाइड नोट बरामद किया है| वहीं निशांत के पिता के आने के बाद उसका शव फंदे से उतारा गया, जिसके बाद उसके शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया|  बताया जा रहा है कि निशांत ने 19 सितंबर को ही पढ़ाई करने के लिए कमरा किराया पर लिया था| वह अक्सर घऱ देरी से आता था| सोमवार की रात भी वह 11.30 बजे घर लौटा और बगल के कमरे में रहने वाले दोस्त के मोबाइल से किसी से बहुत देर तक बात की| उसके पास भी फोन था पर तीन दिन से उसका फोन दोस्तों ने नहीं देखा था| एक घंटे तक बात करने के बाद वह 12.30 बजे अपने कमरे में चला गया और  फिर सुबह फंदे पर लटका पाया|

बरारी पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे के अंदर से सुसाइड नोट बरामद किया है| वहीं निशांत के पिता के आने के बाद उसका शव फंदे से उतारा गया, जिसके बाद उसके शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया|  बताया जा रहा है कि निशांत ने 19 सितंबर को ही पढ़ाई करने के लिए कमरा किराया पर लिया था|

वह अक्सर घऱ देरी से आता था| सोमवार की रात भी वह 11.30 बजे घर लौटा और बगल के कमरे में रहने वाले दोस्त के मोबाइल से किसी से बहुत देर तक बात की| उसके पास भी फोन था पर तीन दिन से उसका फोन दोस्तों ने नहीं देखा था| एक घंटे तक बात करने के बाद वह 12.30 बजे अपने कमरे में चला गया और  फिर सुबह फंदे पर लटका पाया गया|  दोस्तों ने बताया कि जब वह घऱ लौटा था तो असामान्य था और अपनी मम्मी का फोन रिसीव नहीं कर रहा था, जिसके बाद दोस्त अगले दिन उसका दरवाजा खुलवाने गए थे| दोस्तों ने बताया कि गर्लफ्रेंड शुभी ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था , जिससे वह काफी परेशान था, लेकिन वह दोस्तों से ज्यादा मतलब नहीं रखता था और शुभी के बारे में कुछ नहीं बताता था| निशांत के पिता उमाकांत सिंह एनटीपीसी कहलगांव में इंजीनियर पद पर तैनात हैं| मौसी कंचन एसएसपी कार्यालय के हिंदी शाखा में तैनात हैं| वे लोग कहलगांव टोला पीरपैंती के मूल निवासी है और निशांत को पढ़ाई करने के लिए भागलपुर भेजा था|

उसके कमरे में पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी माँ को भी सॉरी कहा है| उसने अपनी प्रेमिका शुभी को संबोधित करते हुए कहा है कि शुभी तुम तो हमको पूरा भूल गई हो| आज एक लड़का के चक्कर में फंस गई तो हमें छोड़ ही दी हो| हम बोल रहे थे ना कि हम कुछ भी कर सकते हैं तुम्हारे लिए| बस तुम अपनी लाइफ में खुश रहो| हम आज खुदकुशी कर रहे हैं| अगर ये लेटर तुमको मिल जाता है तो अच्छी बात है, वरना कोई बात नहीं| फोन भी नहीं है मेरे पास…

AB BIHAR NEWS”सच की तलाश,सच्ची खबर”

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