भारतीय गैर-सरकारी संगठन की अमेरिकी प्रमुख ने कहा कि बच्चों का भूखा रहना अन्याय है| यह संगठन भारत में बड़े पैमाने पर स्कूली बच्चों को भोजन मुहैया कराता है| अमेरिका में अक्षय पात्र की सीईओ वंदना तिलक ने वर्ल्ड हिन्दू कौंसिल ऑफ़ अमेरिका की 50वीं वर्षगाँठ पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में यह बात कही| उन्होंने […]Read More
मुश्किल दौर से गुजर कर हम क्या बनना चाहते हैं | ये हमारे अपने आप पर निर्भर करता है| हमें अपनी ज़िन्दगी में खुद मेहनत करना चाहिए| हम अपने भाग्य को दोष नहीं दे सकते, अगर हम सफल नहीं हो पा रहे है तो| हमें खुद को बदलना है कुछ करने के लिए, हम जबतक […]Read More
मन की गांठ, कैंसर से कम खतरनाक नहीं. अगर कैंसर को सही समय पर नहीं पकड़ा जाए, तो जीवन छोटा हो जाता है. ऐसे ही मन की गांठ समय रहते न खोली जाए, तो यह जीवन के चंद्रमा पर पूरी तरह ग्रहण लगा सकती है! हमारा मन समुद्र से गहरा है! समुद्र की गहराई का […]Read More
एक बार पिता और पुत्र जलमार्ग से यात्रा कर रहे थे, और दोनों रास्ता भटक गये। फिर उनकी नौका भी उन्हें ऐसी जगह ले गई, जहाँ दो टापू आस-पास थे और फिर वहाँ पहुंच कर उनकी नौका टूट गई। पिता ने पुत्र से कहा, अब लगता है हम दोनों का अंतिम समय आ गया है। […]Read More
अंतिम समय…आखिर सूर के जीवन की शाम ढल आई। सूर गोवर्धन से नीचे उतरकर घाटी मे आ गए और आखिरी साँसे लेने लगे। उधर श्री वल्लभाचार्य जी के सुपुत्र गोस्वामी विटठलनाथ जी ने अपने सभी गुरू-भाइयो और शिष्यो के बीच डुगडुगी बजवा दी – “भगवद मार्ग का जहाज अब जाना चाहता है। जिसने आखिरी बार […]Read More
एक गाय घास चरने के लिए एक जंगल में चली गई। शाम ढलने के करीब थी। उसने देखा कि एक बाघ उसकी तरफ दबे पांव बढ़ रहा है। वह डर के मारे इधर-उधर भागने लगी। वह बाघ भी उसके पीछे दौड़ने लगा। दौड़ते हुए गाय को सामने एक तालाब दिखाई दिया। घबराई हुई गाय उस […]Read More
एक था भिखारी! रेल सफर में भीख माँगने के दौरान एक सूट बूट पहने सेठ जी उसे दिखे। उसने सोचा कि यह व्यक्ति बहुत अमीर लगता है, इससे भीख माँगने पर यह मुझे जरूर अच्छे पैसे देगा। वह उस सेठ से भीख माँगने लगा। भिखारी को देखकर उस सेठ ने कहा, तुम हमेशा मांगते ही […]Read More