चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बनाकर गद्दी पर बैठाने वाले आचार्य चाणक्य ने अपनी किताब ‘चाणक्य नीति’ में मनुष्यों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सैकड़ों नीतियों का वर्णन किया है| ये नीतियां मनुष्य के लिए काफी लाभदायक बताई गई हैं| ‘चाणक्य नीति’ के पांचवें अध्याय के दूसरे श्लोक में वो ऐसे गुणों का बखान […]Read More
दुनिया से दिल लगाकर सोचों तो क्या मिलेगा | साईं से लौ लगा लो तुम्हे आसरा मिलेगा || पद – सम्पदा- प्रतिष्ठा सब तो यही रहेगा | कुछ तो अरज लो ऐसा , तेरे साथ जो चलेगा || आये हो तो अकेले , जाओगे भी अकेले | मृत्यु से आगे कोई रिश्ता न जा सकेगा […]Read More
किश्ती को किनारा मिल गया | मुझको साईं का सहारा मिल गया ||(1) क्यों करूँ चिंता भला संसार की | उनकी रहमत का इशारा मिल गया ||(2) ढूंढ़ता फिरता था जिनको दर – बदर | अपने दिल में ही वो प्यारा मिल गया ||(3) व्यर्थ होती जा रही थी […]Read More
ब्रिटेन ने G-7 समूह की आगामी बैठक में शामिल होने के लिए भारत को भी निमंत्रण भेजा है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन खुद भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा है कि ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को आगामी जी-7 […]Read More
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है। यह पांच घंटे तक लगेगा। शाम को यह ग्रहण शुरू होगा और देर रात तक रहेगा। इससे पहले इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगा था। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना […]Read More
कोरोना महामारी के कारण पिछले नौ महीने तक बंद रहने के बाद पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के कपाट अब नए साल से पहले खुल जाने की संभावना है। शनिवार को मंदिर प्रशासन ने यह जानकारी दी। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के प्रमुख प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान […]Read More
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 14 दिसंबर 2020, सोमवार को पड़ने जा रहा है। 14 दिसंबर को अमावस्या भी है। इस दिन रात को लगने वाले इस ग्रहण को भारतीय ज्योतिष में खंडग्रास ग्रहण माना गया है।खंडग्रास सूर्यग्रहण क्या है?जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आता है तो इस स्थिति को सूर्य […]Read More
आप जानते ही हैं कि सनातन धर्म में पंचदेव पूजा के अलावा कुलदेवी-कुलदेवता की भी पूजा की जाती है। पंचदेवों में गणेश, दुर्गा, सूर्य, शिव और विष्णु हैं। इनकी पूजा सभी कार्यों में होती है। घर में किसी तरह का वास्तुदोष और नकारात्मकता न पैदा हो, इसके लिए हमें घर में पूजा स्थल जरूर बनाना […]Read More
ब्रह्मा, विष्णु, महेश….इन तीनों को ही सृष्टि का रचनाकार, करता-धर्ता व सर्वनाशक कहा जाता है| गले में सर्प की माला पहने व चाँद का मुकुट लगाए भगवान शिव को ही महेश कहा जाता है| आज हम आपको बताने जा रहे हैं महादेव के उन 8 प्रतीकों के बारे में जिन्हें जानकर आप सभी श्रद्धालुओं की […]Read More
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष यह एकादशी 10 दिसंबर को है। मान्यता है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था। इसी के चलते इस दिन को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। देवी एकादशी, भगवान विष्णु की […]Read More