बेल का मूल स्थान भारत माना जाता है। यह प्रजाति प्रागैतिहासिक काल में निकटवर्ती देशों में पहुंची और हाल ही में मानव आंदोलनों के माध्यम से अन्य सुदूर देशों में पहुंची। बेल के पेड़ भारत, श्रीलंका, थाईलैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, वियतनाम, फिलीपींस, कंबोडिया, मलेशिया, जावा, मिस्र, सूरीनाम, त्रिनिदाद और फ्लोरिडा के शुष्क, मिश्रित पर्णपाती और […]Read More
संवेदनशीलता की प्राचीन जापानी कला के अनुसार, प्रत्येक ऊँगली विशेष बीमारी और भावनाओं के साथ जुड़ी होती हैं। हमारे हाथ की पाँचों ऊँगलियाँ शरीर के अलग-अलग अंगों से जुड़ी होती हैं। इसका मतलब आप को दर्द नाशक दवाइयाँ खाने की बजाए इस आसान और प्रभावशाली तरीके का इस्तेमाल करना करना चाहिए। आज इस लेख के […]Read More
भारतीय परंपरा के अनुसार तिलक लगाना सम्मान का सूचक भी माना जाता है। माना जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मकता आती है और कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत होते हैं। 🏵 विस्तार…….कोई भी त्योहार या धार्मिक आयोजन बिना तिलक के पूर्ण नहीं माना जाता है,क्योंकि यह हिन्दू संस्कृति का एक अभिन्न […]Read More
यूपीएससी में चयनित होने पर जीकेसी ने किया सम्मान समारोह का आयोजन औरंगाबाद । ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की ओर से औरंगाबाद शहर के कर्मा रोड स्थित चित्रगुप्त सभागार सह लोकनायक जयप्रकाश नारायण सांस्कृतिक भवन में बुधवार की रात संघ लोक सेवा आयोग में चयनित सुश्री मोनिका श्रीवास्तव के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया […]Read More
तांबे के बर्तन में पानी पीने से बच सकते हे इन रोगों से थाइरोइड, मोटापा, घुटनों/जोड़ों में दर्द, कब्ज और तनाव सिरदर्द वैसे तो हर किसी के लिए पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है । इसलिए कहते हैं कि पूरे दिन भर में 8-10 ग्लास पानी पीना कई बीमारियों से निजात दिलाने […]Read More
हनुमान जी को साहस, शक्ति, स्वामि भक्त तथा निस्वार्थ सेवा के लिए जाना जाता है। पुराणों के अनुसार भगवान हनुमान जी को शिव जी का रुद्रावतार माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी ही शिवजी के ग्यारहवें अवतार हैं। हनुमान जी के जन्मस्थान का रहस्य : – शास्त्रानुसार हनुमानजी की माता का नाम […]Read More
1 जुकाम होने पर काली मिर्च, गुड़ और दही मिलाकर खाएँ। इससे बंद नाक खुलती है। 2 रोज रात को उबाल-उबाल कर आधा किया हुआ जल गुनगुना कर पीने से जल्दी फायदा होगा। 3 सौंठ, पिप्पली,बेल का गुदा और मुनक्का को एक चौथाई होने तक पानी में उबालें। इसे छानकर उतना ही सरसों का तेल […]Read More
पटना सिटी,रोटरी क्लब ऑफ़ पटना सिटी द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन बेलवरगंज स्थित गिरिराज उत्सव पैलेस में मनाया गया । बड़ी संख्या में रोटेरियन सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में रंग लाया । रंग – गुलाल के इस महापर्व में रोटरी पटना सिटी के सभी सदस्य अपने परिवार के साथ एक – जुट हो […]Read More
छोटी होली को होलिका दहन के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन पर लोग शाम के समय अपने घर से बाहर विधि-विधान के साथ होलिका की पूजा करते हैं। यह दिन बुरी शक्तियों पर विजय का प्रतीक है और यह भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। छोटी होली तिथि और समय […]Read More
नींबू जाति का फल मौसमी अपनी पौष्टिकता के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। शक्तिवर्धक और स्वास्थ्यवर्धक होने की वजह से यह फल मरीजों के एक ग़ुणकारी फल है। इससे न केवल शारीरिक निर्बलता दूर होती है बल्कि कब्ज से भी राहत मिलता है। विटामिन ए और सी का स्रोत मौसमी बच्चों के शरीर के […]Read More