तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने पर कांग्रेस बोली PM नरेंद्र मोदी ने अपना ‘अपराध’ स्वीकार किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा को कांग्रेस ने सरकार के अहंकार की हार और किसानों के संघर्ष की जीत बताया है। कांग्रेस ने दावा किया कि पीएम मोदी ने सार्वजनिक रूप से अपना ‘अपराध’ स्वीकार किया है। कांग्रेस ने कहा अब ‘700 कृषकों की मौत एवं किसानों के दमन’ के लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। इसके अलावा मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि देश की जनता को समझ में आ गया है कि भाजपा की हार के आगे ही देश की जीत है।
आपको बता दें पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि संसद के आगामी सत्र में इसके लिए समुचित विधायी उपाय किए जाएंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!”पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ”आज मोदी जी और उनकी सरकार के अहंकार की हार का दिन है। आज किसान विरोधी भाजपा और उनके पूंजीपति मित्रों की हार का दिन है। खेती को बेचने के षड्यंत्र की हार का दिन है।
उन्होंने कहा आज किसान, मंडी, मजदूर और दुकानदार की जीत का दिन है। आज 700 किसानों की शहादत की जीत का दिन है।उन्होंने यह भी कहा, ”एक साल के संघर्ष के बाद भाजपा और अहंकारी प्रधानमंत्री को किसानों के सामने झुकना पड़ा। देश अब नहीं भूलेगा कि किसानों को कुचलने, झुकाने और दमन करने के बाद यह निर्णय लिया गया है। अब जनता समझ गई कि भाजपा की हार के आगे ही जनहित, किसान, मजदूर और देश की जीत है।”सुरजेवाला ने दावा किया, ”मोदी जी ने आज सार्वजनिक रूप से अपना अपराध स्वीकार किया है। अब देश की जनता इस अपराध की सजा देगी। जितना श्रेय किसानों को जाता है उतना ही श्रेय पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के डर को भी जाता है।”