सियासी उथल – पुथल के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को टूटने की खबर का किया खंडन
बिहार में जारी सियासी उथल – पुथल के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों के टूटने की खबर का खंडन किया है। बीते रविवार की रात लोजपा (LJP) में हुई टूट के बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस के विधायक भी बहुत बहुत जल्द अपना पल्ला बदल सकते हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स और जेडीयू (JDU) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के करीब 10 विधायक लगातार जेडीयू के संपर्क में बने हुए हैं।जो कि कभी भी टूट सकते हैं। लेकिन दलबदल कानून के प्रावधानों के तहत विधायकों के टूटने के लिए 13 की संख्या होना अनिवार्य है। बता दें कि इसके लिए जेडीयू के ओर से अब ‘ऑपरेशन कांग्रेस ‘ चलाया जा रहा है।इस ऑपरेशन में 3 और विधायकों को साथ जोड़ने की कवायद चल रही है। इसके साथ ही दूसरी ओर पार्टी के वरीय नेता और एमएलसी (MLC) प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा इस बातों का खंडन किया है।
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वही, प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह काल्पनिक है और मीडिया में ये खबरें जेडीयू के उन नेताओं द्वारा प्लांट कराई जा रही है।जो नीतीश कुमार के समक्ष अपनी उपयोगिता साबित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा तो सीधे आरोप भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पर है। जो कि कांग्रेस का एक भी MTLपार्टी छोड़कर नहीं जा रहा है।
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प्रेमचंद्र मिश्रा ने दावा किया है कि बिहार में एनडीए की सरकार गिरने जा रही है और गठबंधन की सरकार बनेगी। बिहार में इस समय कांग्रेस के कुल 19 विधायक है और टूटने के लिए दो तिहाई विधायकों का किसी भी दल के लिए साथ आना अनिवार्य है।