कोरोना हरा चुके लोगों में फेफड़े, मस्तिष्क, दर्द संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

 कोरोना हरा चुके लोगों में फेफड़े, मस्तिष्क, दर्द संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

एम्स पटना में हर दिन कोरोना मुक्त हुए लोगों का फोन पर फेफड़ो एवं मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को लेकर परामर्श लेते हैं। पटना पीएमसीएच के ओपीडी में भी कोरोना मुक्त हुए लोग हर दिन लगभग 8 से 10 रोगी ऐसी समस्याएं लेकर पहुंच रहे है। डॉ. संजीव कुमार एम्स पटना में कोरोना के नोडल अधिकारी है, उनका कहना है कि कोरोना को हरा चुके लोगों में सांस की समस्याएं की षिकायत सबसे अधिक आ रही है। इस तरह की समस्याएं आने की वजह कोरोना संक्रमण के दौरान फेफड़े में कड़ापन आना माना जाता है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है यह धीरे-धीरे ठीक हो जाएगी। 


कोरोना मुक्त हुए लोगों में दूसरी बड़ी समस्या हाथ पांव कांपने और कमजारी है। पीएमसीएच में कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. पूर्णानंद झा ने कहा कि हर दिन यहां मेडिसिन ओपीडी में आठ से दस मामले कोरोना हरा चुके लोगों के आ रहे है। इनमें सांस लेने में परेशानी, खांसी के साथ हाथ पांव कांपना, दर्द, कमजोरी की समस्याएं है। ऐसे लोगो की दवा देने के साथ डॉक्टर उनकी काउंसिलिंग कर रहे है। ये समस्याएं पांच से छह माह तक रह सकती है। ऐसे समय में पौष्टिक आहार, विटामिन बी-12 का सेवन करने के साथ योग-प्राणायाम व सकरात्मक विचार रखने की आवश्यकता है। संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।

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