कोरोना का असर, बैंकों में कामकाज 15 मई तक 10 से 2 बजे तक होगी
देश में कोरोना के इस दूसरी लहर के प्रकोप से हर संभव बचाव के लिए लगातार सुरक्षा हेतू उपाय किए जा रहे है। राज्य स्तरीय बैंकर समिति ने कोरोना संकट की इस घड़ी को देखते हुए बैंको के कार्य अवधि घटाकार दो घंटे कम कर दी गई है। बैंकों को आगामी 15 मई तक 10 से 2 बजे तक खोलने का निर्णय राज्य स्तरीय बैंकर समिति के द्वारा लिया गया है। इस दौरान बैंकों के कर्मचारियों को 50 प्रतिशत की संख्या में संख्या में आने की अनुमति दिया गया है। कोरोना के गंभीर प्रकोप को देखते हुए न्यूनतम बैंकिंग सेवाएं जैसे- नकदी निकासी, जमा, सरकारी लेनदेन व चेक क्लीयरिंग जैसी सेवाएं ही बैकिंग शखाओं को दिया जायेगा। समिति के द्वारा कहा गया कि कोरोना की गंभीर स्थिति के देखते हुए जिला प्रशासन कोई नया निर्देष जारी करती है तो उनका निर्देष पहले मान्य होगें।
कोरोना के संक्रमितों और इससे होने वाली मौते में रोजाना वृद्धि को देखते हुए के भारतीय बैंक संघ ने सुबह दस से दो बजे तक बैंकों को खोलने की अनुमति दी है। विशेष प्रबंधन समिति की 21 अप्रैल 2021 को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैंक प्रमुखों को लिखे एक पत्र में आइबीए के सीईओ सुनील मेहता ने कहा कि एसएलबीसी के संयोजकों को सलाह दी जा रही हे कि प्रदेष के सीएमओ एवं वरिष्ठ अधिकारी एक बैठक अलग से बुलाकर प्रदेष में कोरोना से बन रही परिस्थितियों पर विचार करने के उपरांत बैंकों को निर्देष जारी करें। इसमें आगे कहा गया कि स्थानीय स्तर पर दिये गये सुझाव समूची प्रणाली के लिए ज्यादा कारगर साबित होती है।
यूनाटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस बैंकों के प्रमुख मंच के मुताबिक कोरोना संक्रमण के मामले लगभग सभी बैंकों में बढ़ रहे है। बैंकों के कर्मचारीयों के कोरोना संक्रमित हो जाने से उन्हें अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन मिलने में काफी परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा एक ज्ञापन आईबीए को भेजा गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि स्थिति सुधरने तक बैंकों के कामकाज की अवधि घटकार कर तीन घंटे कर दिया जाना चाहिए इसके साथ ही इस संकट की घड़ी में और सेवाओं पर प्रतिबंध किया जाना चाहिए। ताकि देष में कोरोना की इस दूसरी भयानक लहर से बैंक कर्मियों को कोरोना संक्रमण होने से बचाया जा सके।
संगठन ने आगे कहा कि कोरोना से हम रोजाना बैंक कर्मचारियों के संक्रमित एवं उनके अस्पताल में भर्ती तथा मौत हो जाने का समाचार से बहुत ब्यथित है। बीते महीने संगठन ने पत्र लिखकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से टीकाकरण की प्राथमिकता वाली सूची में बैंक कर्मचारियों को शामिल करने का अनुरोध किया था। मंत्रालय से संगठन द्वारा बैंक कर्मचारियों के लिए निषुल्क टीकाकरण की मांग भी की गयी है। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।