बिहार में प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना टीका मुफ्त, आज सीएम नीतीश लेंगे IGIMS में वैक्सीन की पहली डोज
बिहार में सभी नागरिकों को कोरोना का टीका मुफ्त में मिलेगा। निजी या सरकारी किसी भी अस्पताल में टीका लेने पर किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण की समीक्षा के बाद यह ऐलान किया गया। वैसे तो नीतीश कैबिनेट ने नवंबर, 2020 में ही मुफ्त टीकाकरण के फैसले पर मुहर लगी दी थी। लेकिन केंद्र सरकार ने कहा है कि निजी अस्पतालों में अधिकतम 250 रुपए का शुल्क लगेगा। ऐसे में निजी अस्पतालों में टीकाकरण के खर्च का भुगतान नीतीश सरकार करेगी।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान की शुरूआत इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, शेखपुरा, पटना परिसर में सोमवार को करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री, दोनों उप मुख्यमंत्री सहित अन्य पदाधिकारी भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेंगे। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
बिहार में तीसरे चरण के कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत 1600 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन देने की तैयारी की गई है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान को लेकर धीरे-धीरे टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ायी जाएगी। एक मार्च को 700 केंद्रों पर टीकाकरण कार्य शुरू होगा। इसके बाद 15 मार्च तक बढ़ाकर 1000 टीकाकरण केंद्र संचालित होंगे। वहीं, 16 से 31 मार्च तक 1200 टीकाकरण केंद्रों का, 01 से 15 अप्रैल तक 1500 केंद्रों का संचालन होगा। वहीं, 16 से 30 अप्रैल तक 1600 केंद्रों पर टीकाकरण कार्य किया जाएगा।
टीका लेने के लिए आधार कार्ड पेश करना अनिवार्य
कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार के अनुसार टीका लेने के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य होगा। विशेष परिस्थिति में ही किसी अन्य पहचान पत्र की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य में सामान्य टीकाकरण अभियान के तहत 14 हजार प्रशिक्षित टीकाकर्मी उपलब्ध हैं।
टीकाकरण केंद्रों पर मानव संसाधन की तैनाती आवश्यकता के अनुसार बढ़ायी जाएगी। टीकाकरण केंद्रों पर टीका के लिए आशा, आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिका एवं सेविका व अन्य संगठनों की भी सहायता ली जाएगी। ये ग्रामीण इलाकों में जाकर टीकाकरण केंद्रों व टीका की जानकारी देंगे।
एक मोबाइल नंबर से परिवार के चार सदस्य हो सकेंगे निबंधित
मनोज कुमार ने बताया कि एक मोबाइल नंबर से परिवार के चार सदस्य ऑनलाइन या ऑनसाइट निबंधित हो सकेंगे। निबंधन हेतु इच्छुक व्यक्ति के पास मोबाइल नंबर एवं सरकार द्वारा अनुमान्य पहचान पत्र होना अनिवार्य है।
यदि ऑनलाइन निबंधन किया जाता है तो उनके मोबाइल पर ओटीपी आएगा, जिसकी प्रविष्टि के बाद कोविन-2.0 पोर्टल पर सफलतापूर्वक पंजीकरण हो पाएगा। पंजीकरण के बाद पोर्टल पर लाभार्थी अपने निकटतम कोविड टीकाकरण केंद्र का चयन कर सकते हैं। साथ ही साथ उपलब्ध स्लॉट में से अपने लिए टीकाकरण की तिथि भी निर्धारित कर सकते हैं।
एक केंद्र पर सौ व्यक्तियों का होगा टीकाकरण
कार्यपालक निदेशक ने बताया कि एक टीकाकरण केंद्र पर एक सौ व्यक्तियों का एक दिन में टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण केंद्र पर तीन कमरे की सुविधा उपलब्ध होगी।
पहले कमरे में टीका कराने वाले का पंजीकरण जांच व प्रतीक्षा करने की व्यवस्था होगी। दूसरे कमरें में टीका दिया जाएगा और तीसरे कमरे में आधा घंटा तक टीकाकृत व्यक्तियों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण को लेकर पूर्व के सभी प्रोटोकॉल पूर्ववत ही लागू रहेंगे।
इस तरह होगा टीकाकरण केंद्रों का विस्तार
फिर 15 मार्च तक इसे बढ़ाकर 1000 केंद्रों में मिलेगी सुविधा
16 मार्च से 31 मार्च तक 1200 केंद्र संचालित होंगे
01 अप्रैल से 15 अप्रैल तक 1500 केंद्र संचालित होंगे
16 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 1600 केंद्रों पर होगा टीकाकरण